राजनगर: राजनगर प्रखंड के आत्मा भवन में जिला उद्यान विकास योजना 2021- 22 के तहत 5 दिवसीय नि:शुल्क मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण का मंगलवार को समापन हुआ. कार्यक्रम के समापन में मुख्य अतिथि के रूप में बीडीओ डांगुर कोड़ा, समाजसेवी सावान सोय, बीटीएम अमिताभ माझी, प्रशिक्षक भोंजो सिंह बानरा, उद्यान मित्र सुनील महातो, साधु चरण महातो आदि उपस्थित थे. बीडीओ ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को सशक्त व आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान करने हेतु स्वरोजगार प्रशिक्षण अति आवश्यक है. इस तरह के प्रशिक्षण से महिलाओं को स्वावलंबी बनाया जा सकता है. उन्होंने महिलाओं से प्रशिक्षण लेकर आपने घरों में मशरुम का उत्पादन करने को कहा. बीडीओ ने कहा, कि आप में से ही कोई वेंडर बनें और मार्केटिंग करें और आमदनी कमाएं. महिलाएं आज व्यवसाय में भी अच्छा काम कर रही हैं. शुरुआत छोटी है, मगर इससे आगे बढ़ना है. समाजसेवी सावन सोय ने कहा, कि मशरूम एक ऐसा फसल है, जिसके लिए धूप, बरसात, या कदा-कीचड़ में जाने की आवश्यकता नहीं है. यह केवल बंद कमरे के अंदर उगाई जाने वाली फसल है, जिसे आसानी से कोई भी व्यक्ति कम लागत में उगा कर अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं. प्रशिक्षक भोंजो सिंह ने कहा, कि पांच दिवसीय प्रशिक्षण में महिलाएं पूरी तरह से ट्रेंड हो गई हैं. आवासीय प्रशिक्षण की व्यवस्था हो तो अच्छी होती, चूंकि कुछ महिलाओं को दूरी होने के कारण पूरे पांच दिन का प्रशिक्षण लेने में कठिनाई हुई होगी. लेकिन सभी को गूगल मीट के जरिये आगे भी जानकारी दी जाएगी. मशरूम उत्पादन में आर्थिक स्थिति मजबूत होने के साथ साथ मशरूम में 90 प्रतिशत मिनरल्स, विटामिन, आईरन, खनिज लवण, पोषक तत्व तथा प्रोटीन की मात्र अधिक पाई जाती है, जिससे कई प्रकार की बीमारियों को भी ठीक किया जा सकता है. प्रशिक्षण में विभिन्न पंचायतों से 33 महिलाओं ने भाग लिया. प्रशिक्षाणार्थियों में हिमानी महतो, गीता तियु, सालमा टुडू, मीना टुडू, रीना हांसदा, सुनीता मुर्मू, बाहा मुनि मुर्मू, सुमित्रा टुडू, लम्क्षी मुर्मू आदि महिलाओं ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
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