राजनगर/ Pitambar Soy राज्य के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चम्पई सोरेन ने शुक्रवार को पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती पर आदिवासी समाज को सबसे बड़ा तोहफा दिया. मंत्री चम्पई सोरेन ने राजनगर के बगराईसाई में ग्राम माझी दानवीर सुरेंद्र मुर्मू एवं परिवार की जमीन पर करीब 11 करोड़ से बनने वाली आदिवासी समाज का माझी पारगाना हाउस (भवन) निर्माण की आधारशिला रखी. इस दौरान मंत्री चम्पई सोरेन एवं सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा ने संयुक्त रूप से योजना का शिलान्यास किया.
साथ ही सरायकेला नगर विकास विभाग एवं अन्य लगभग 8 करोड़ की कुल 26 योजनाओं का शिलान्यास व उद्धघाटन भी किया. इस दौरान मंच से सम्बोधित करते हुए मंत्री चम्पई सोरेन ने कहा कि झारखंड ही नहीं अपितु पूरे भारतवर्ष में पहला सबसे बृहत् और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस आदिवासियों के माझी परगना हाउस की नींव आज राजनगर में रखी गई है. यह माझी परगना हाउस आदिवासियों की दशा और दिशा तय करने का मुख्य केंद्र बनेगा. यहां बैठकर आदिवासी समाज की उन्नति के लिए विचार विमर्श होगा. आदिवासी समाज में व्याप्त कुरीतियों को मिटाने का काम होगा. यहां आदिवासी समाज के माझी, परगना, मुंडा, मानकियों के लिए बैठने की व्यवस्था होगी. जिसमें करीब दो हजार लोगों की बैठने की व्यवस्था होगी. साथ ही तमाम तरह की सुविधाएं रहेंगी. हर गांव में भी माझी भवन, कला संस्कृति भवन, धुमकुड़िया भवन बन रहा है. आदिवासियों की तरह मूलवासियों की धार्मिक स्थल व देवस्थलों को भी सुरक्षित किया जा रहा है.
मंत्री चम्पई सोरेन ने कहा कि आदिवासी समाज का इतिहास काफी पुराना है. सिदो- कान्हू, चांद- भैरव, तिलका माझी, भगवन बिरसा मुंडा, पोटो हो जैसे वीरों के खून से सीएनटी, एसपीटी एक्ट, विल्किंसन रूल बनी. जिन्होंने अंग्रेजों की गुलामी नहीं सही. उन वीर सपूतों के बलिदान के कारण ही आज आदिवासियों की जमीन सुरक्षित है. सीएनटी/ एसपीटी एक्ट के रूप में सुरक्षा कवच मिला. मंत्री चम्पई ने कहा पंडित रघुनाथ मुर्मू ने संथली लिपि ओलचिकी का आविष्कार किया. ओत गुरु कोल लको बोदरा ने हो लिपि वरंगगक्षिति का अविष्कार किया. हमारी भाषा संस्कृति ही हमारी पहचान हैं. भावी पीढ़ी को अपनी भाषा संस्कृति से अवगत कराना हमारी जिम्मेदरी है. सरकारी स्कूलों में बहुत जल्द ओलचिकी और वरंगगक्षिति लिपि से पढ़ाई शुरू की जाएगी.
सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि आदिवासी समाज के लिए वाकई यह बहुत बड़ा कार्य है. मंत्री चम्पई सोरेन और झारखंड सरकार के आदिवासियों के उत्थान के प्रति बहुत अच्छी सोच है. अब कोई पेड़ के नीचे, आंगन पर समाज की अच्छाई और बुराई से की विचार नहीं करेंगे बल्कि माझी पारगाना हाउस में आकर अपने समाज की दशा- दिशा के बारे में विचार विमर्श करेंगे. इससे पहले मंत्री चंपा सोरेन ने उड़ीसा के कार्यक्रम से आकर सीधे राजनगर में पंडित रघुनाथ मुरमू की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
उपायुक्त अरवा राज कमल ने कहा कि आदिवासी समाज के लिए करीब 11 करोड़ से बन रही इस हॉल में दो हजार लोग बैठ सकेंगे. यह चार फेज में बनेगा. यहां आदिवासी समाज के मुंडा मनकी, माझी पारगाना अपनी सामाजिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए चिंतन- मनन कर सकेंगे. पूरे झारखंड में अब तक इतनी बड़ी आदिवासियों के लिए भवन नहीं बनी है. मंत्री चंपई सोरेन के मार्गदर्शन में राजनगर में पहली बार बन रहा है यहां के लोगों के लिए बहुत बड़ी सौभाग्य की बात है.
कार्यक्रम में ये थे मौजूद
मंत्री चम्पई सोरेन, सांसद गीता कोड़ा, उपायुक्त अरवा राजकमल, संदीप कुमार दोराईबुरु, बीडीओ डांगुर कोड़ाह, सीओ धनंजय कुमार, थाना प्रभारी चंदन कुमार, कांग्रेस जिलाध्यक्ष विशु हेम्ब्रम, मोतीलाल गौड़, डोबरो देवगम, सनद आचार्य, लिपू मोहंती, बेटी दास, परमेश्वर प्रधान, मिथुन कुंभकार, नींबू प्रधान, लालू हांसदा, सागेन टुडु, सुधीर हांसदा, सुनील मुर्मू, राकेश सतपथी, प्रमेंद्र मिश्रा, प्रकाश महतो, रूईदास चाकी आदि कई लोग उपस्थित थे.
मंत्री ने जमीन दाता सुरेंद्र मुर्मू एवं उनके परिवार को माला पहना कर सम्मानित किया, कहा दानवीर को सदियों याद रखेगा.
माझी पारगाना हाउस निर्माण की आधारशिला रखने के बाद मंत्री se चंपई सोरेन ने मंच से माझी परगना हाउस निर्माण के लिए अपनी निजी जमीन दान में देने वाले बागरासाई माझी सुरेंद्र मुर्मू, सुनील मुरमू एवं उनके समस्त परिवार को माला पहना कर सम्मानित किया और कोटि- कोटि प्रशंसा की. सांसद गीता कोड़ा, उपायुक्त अरवा राजकाल सहित समाज के लोगों ने दानवीर परिवार का सम्मान किया. इस दौरान मंत्री चंपई ने कहा कि आदिवासी समाज के लिए बगराईसाई माझी के परिवार ने दो एकड़ जमीन दान में दी. उनके समाज के प्रति इस त्याग को आदिवासी समाज सदियों तलक याद रखेगा. आज के जमाने में ऐसा दानवीर कम ही होते हैं. सुरेंद्र मुर्मू एवं उसके परिवार ने भी मंत्री चम्पई सोरेन द्वारा इस तरह का योजना लाने के लिए उनका धन्यवाद किया.