RAJNAGAR आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपई सोरेन ने रविवार को राजनगर प्रखंड क्षेत्र के श्यामनगर में निर्मित खादी पार्क का उद्घाटन किया. ढाई एकड़ में निर्मित इस पार्क में महिलाओं के लिए सूत कताई प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ भी मंत्री चंपई सोरेन के हाथों किया गया. फिलहाल दो कमरे में 20 महिलाएं सूत कताई का प्रशिक्षण ले रही हैं.
इस मौके पर मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि राजनगर में खादी पार्क का निर्माण उनका सपना था. पिछले कार्यकाल के दौरान इसकी नींव रखी थी. परंतु सरकार बदलने के बाद 7 सालों तक काम लटका रहा. अब इसका उदघाटन हो गया है. महिलाओं को प्रशिक्षण देने का काम शुरू हो चुका है. क्षेत्र की महिलाएं सूत कताई, कढ़ाई बुनाई का प्रशिक्षण लेकर घर बैठे तीन से पांच हजार रुपए की आमदनी कर सकेंगी. मंत्री ने कहा कि हमारा विजन क्षेत्र की महिलाओं को स्वावलंबी बनाना है. उनके घर में आमदनी आएगी तो परिवार अच्छे से चला सकेंगी. बच्चों को पढ़ा- लिखा सकेंगी और आमदनी में पति का साथ दे पाएंगी.
उन्होंने कहा कि महिलाएं जब अपने पैरों पर खड़ी होंगी तो निश्चित ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. हमारी सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत पशुधन भी देने का काम कर रही है. क्षेत्र के लोग खेती पर निर्भर हैं, इसलिए हर खेत तक पानी पहुंचाने के लिए कशीदा एवं गाजिया बराज से पाइपलाइन के द्वारा खेतों तक पानी पहुंचाने का काम भी किया जा रहा है. क्षेत्र के लोग सिर्फ खेती पर निर्भर हैं. उद्योग धंधा नहीं होने के कारण पैसे की कमी हो जाती है. इस तरह के स्वरोजगार योजना से निश्चित ही हर परिवार में आमदनी बढ़ेगी. उन्होंने खादी ग्राम उद्योग बोर्ड के सीईओ को पार्क में शेड निर्माण कर और अधिक महिलाओं को प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए.
वहीं उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा कि मंत्री चंपई सोरेन के प्रयास से प्रशिक्षण केंद्र संचालित हो रहे हैं. खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा महिलाओं को प्रशिक्षण के दौरान महीना 4500 रुपये भी दिया जाएगा. इससे बड़ी बात क्या हो सकती है. प्रशिक्षण लेने के एवज में पैसे मिल रहे हैं. क्षेत्र की महिलाओं को लाभ मिलेगा. उपायुक्त ने कहा विभिन्न प्रशिक्षण केंद्रों में प्रशिक्षण प्राप्त कर क्षेत्र की महिलाएं अपनी आमदनी को बढ़ा सकती हैं. अपने परिवार एवं समाज के विकास में अपना सहयोग प्रदान कर सकती हैं. उपायुक्त ने कहा प्रशासन की ओर से सभी केंद्रों को संचालित होने में हर संभव प्रयास किया जाएगा. साथ ही अन्य कल्याणकारी योजनाओं से महिलाओं को जोड़ रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है. उपायुक्त ने कहा समाज एवं परिवार के विकास के लिए महिलाओ का सशक्त और स्वावलंबी होना अति आवश्यक है.
खादी ग्राम उद्योग बोर्ड के कार्यपालक पदाधिकारी राखालचंद्र बेसरा ने जिले के विभिन्न प्रशिक्षण केंद्र में किए जा रहे कार्य एवं आगे प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने हेतु किए जाने वाले कार्य योजनाओं की जानकारी साझा की. उन्होंने बताया इच्छुक महिलाएं केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर अपनी आय में वृद्धि ला सकती हैं. केंद्र उन्हें हर संभव सहयोग कर रही है. साथ ही वैसी महिलाएं जो प्रशिक्षण के पश्चात अपने घर में कार्य करने की इच्छा रखती हैं, उन्हें 25% के दर पर मशीन उपलब्ध कराई जाएगी ताकि वह अपने दिनचर्या के बचे समय में काम कर अपना आमदनी बढ़ा सकेंगी. मौके इस उपायुक्त अरवा राजकमल, एसडीओ राम कृष्ण कुमार, आईटीडीपी निदेशक संदीप कुमार दोराईबुरु, बोर्ड कार्यपालक पदाधिकारी राखालचंद्र बेसरा, अंचलाधिकारी धनंजय कुमार, गोपाल महतो, धार्मा मुर्मू, हीरालाल सतपथी, जोगेश्वर महतो, गुरुप्रसाद महतो, मिथुन कुम्भकार, सगेन टुडू, मार्शल पूर्ति एवं कई लोग उपस्थित थे.