राजनगर/ Ravikant Gope प्रखंड क्षेत्र के कुड़मा निवासी झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य सह झारखंड आंदोलनकारी रामदास हांसदा ने शुक्रवार को 51 सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवारी के लिए रांची जाकर केंद्रीय समिति को अपना आवेदन सौंपा.
रामदास हांसदा ने कहा कि पार्टी का सच्चा सिपाही होने के नाते झारखंड आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी. उन्होंने कहा कि 1972 में एचसीएल/ आईसीसी कम्पनी घाटशिला के मऊभंडार में नौकरी के साथ- साथ झामुमो से जुड़ा. 1973 में धनबाद एवं 1977 में घाटशिला के सुदुर ग्रामीण क्षेत्र दामपाड़ा में गुरुजी शिबु सोरेन के कार्यक्रम को सफल बनाने का प्रचार- प्रसार करने के अलावा 1987 में तत्कालीन झारखंड मुक्ति मोर्चा अध्यक्ष निर्मल महतो की हत्या के बाद नौकरी छोड़ कर झामुमो में सक्रिय भूमिका निभाई. झारखंड अलग राज्य के आन्दोलन के दौरान कई बार जेल गया. 1995 के विधानसभा चुनाव में घाटशिला विधानसभा से झामुमो का प्रत्याशी भी था, उसमें कांग्रेस के प्रत्याशी प्रदीप कुमार बलमुचु को कड़ी टक्कर दी थी. उस समय मैं दूसरे स्थान पर था. अभी तक मैं पार्टी में सक्रिय हैं और ईमानदारी से काम कर रहा हूं. उन्होंने भरोसा जताया है कि केंद्रीय नेतृत्व मुझ पर भरोसा जताते हुए विधानसभा चुनाव 2024 में मुझे पार्टी से उम्मीदवार बनाएगी.