राजनगर: हेमंत सरकार पर उड़िया भाषा को उपेक्षित रखने के आरोप पर झामुमो केंद्रीय सदस्य हीरालाल सतपथी ने प्रेस कांफ्रेंस कर पलटवार किया है. हीरालाल सतपथी ने कहा कि भाजपा द्वारा हेमन्त सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. भाजपा उड़िया भाषा भाषियों के बीच भ्रम फैला रही है. सच तो ये है कि खुद भाजपा की रघुवर सरकार में अशोक षाड़ंगी अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष पद पर रहे, वे बताएं कि उन्होंने उड़िया भाषा के संवर्धन के लिए क्या काम किया. स्कूल कॉलेजों में उड़िया भाषा की पढ़ाई क्यों नहीं शुरू कराई गई. उड़िया भाषा संस्कृति को बचाने के लिए क्या काम किया. आगे हीरालाल ने कहा कि जहां तक उड़िया भाषा की उपेक्षा की बात है तो सबसे ज्यादा शासन में रहते हुए भाजपा ने ही किया है. भाजपा बताए कि हेमन्त सरकार ने कहां उड़िया भाषा की उपेक्षा की है. अगर कहीं उड़िया भाषा के लिए भाजपा ने कोई काम शुरू किया है, तो हेमन्त सरकार जरूर उन कामों को आगे बढ़ाएगी. हेमन्त सरकार ने नई नियोजन नीति में उड़िया समेत कई स्थानीय जनजातीय भाषाओं को रखा है. द्वितीय राज्यभाषा में शामिल सभी क्षेत्रीय भाषाओं में पढ़ाई शुरू करने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति भी इसी सरकार में होने वाली है. हेमन्त सोरेन सरकार झारखंड के क्षेत्रीय भाषाओं के संवर्द्धन को लेकर कटिबद्ध है. विपक्ष अपनी नाकामियों को छुपा कर हेमन्त सरकार पर थोपने की कोशिश कर रही है, ताकि जनता में सरकार के खिलाफ आक्रोश पैदा हो सके. साथ ही हीरालाल ने भुवनेश्वर महतो को झारखंड आंदोलनकारी चिन्हित्तिकरण आयोग के सदस्य बनाये जाने पर बधाई दी. इस दौरान विधायक प्रतिनिधि धार्मा मुर्मू, करमु पान, सागेन टुडू आदि उपस्थित थे.


