राजनगर (पीताम्बर सोय) गुरुवार को राजनगर के हाट मैदान में झारखंड जल सहिया संघ की बैठक प्रखंड अध्यक्ष संजू महतो की अध्यक्षता में हुई. बैठक में मुख्य रूप से संघ के संरक्षक विशु हेम्ब्रम उपस्थित थे. बैठक में जल सहियाओं ने विगत तीन साल से बंद मासिक मानदेय पुनः चालू करने के हेमंत सोरेन के विभाग को दिये गए निर्देश का स्वागत किया.
इसके लिए संघ ने मुख्यमंत्री का आभार जताया. परंतु जल सहियाओं ने सरकार द्वारा बकाया मानदेय पर कोई ठोस निर्णय अब तक नहीं लेने पर नाराजगी जताई. जल सहियाओं ने सरकार से 35 माह के बकाये मानदेय पर शीध्र निर्णय लेते हुए दशहरा के पूर्व भुगतान करने की मांग की. जल सहियाओं का कहना है कि सरकार ने हमें जो भी काम सौंपा है
ईमानदारी पूर्वक निर्वाहन करने का किया है. हमारे भी बाल बच्चे हैं. घर परिवार है. आलम तो यह हो गया है कि अब हमें गांव में किसी अन्य सरकारी कामों में दायित्व नहीं दिया जाता है, जब भी सरकार की कोई स्किम आती है, उसमें सम्मिलत होने नहीं दिया जाता है.
गांव में हमें बोला जाता है कि आप लोग तो जल सहिया के पद हैं. आपको मानदेय मिलता है, लेकिन हमारी परिस्थिति क्या है हम ही जानते हैं. जल सहिया का ठप्पा तो हम पर लगा दिया गया है, लेकिन पिछले 35 माह से कोई मानदेय नहीं. ऐसे में हम सब कैसे अपना घर परिवार चलाएंगे. कहीं मजदूरी भी नहीं कर सकते, यह हमारी मजबूरी है. सरकार राज्य के 29 हजार जल सहियाओं की परिस्थितियों को समझे और शीघ्र मानदेय भुगतान करने का कार्य ले. सभी जल सहिया झारखंडी हैं और हेमन्त सरकार से बहुत उम्मीदें लगाए बैठे हैं.
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संजू महतो
बैठक में प्रखंड अध्यक्ष संजू महतो, तरूवाला महतो, नितमा बानरा, सरोज हांसदा, सोनिया मुर्मू, ममता प्रधान, रंजना देवी, जपिला मुर्मू, सुनीता महतो समेत काफी संख्या में जल सहिया उपस्थित थीं.