राजनगर (Pitambar Soy) झारखंड राज्य एनएचआरएम एएनएम/ जीएनएम अनुबंध कर्मचारी संघ एवं झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा संघ के बैनर तले अनुबंध स्वास्थ्य कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई हैं.
शनिवार को राजनगर प्रखंड के स्वास्थ्यकर्मियों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों को दोहराया और सरकार से उसके चुनावी वादे को याद दिलाया. धरने पर बैठी अनुबंध स्वास्थ्यकर्मियों ने सरकार से अपना चुनावी वाद तत्काल पूरा करने की मांग की. इस दौरान स्वास्थ्यकर्मियों ने एकजुटता का परिचय देते हुए नारेबाजी की.
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धरने पर बैठी अनुबंधकर्मियों का कहना है कि हमारी मांगें बिल्कुल जायज हैं. अनुबंध पर सेवा देते हुए हमने पंद्रह सोलह साल की नौकरी कर ली है. हमें वर्ष 2014 की तरह समायोजित किया जाए। हमें मात्र 12 से 16 हजार रुपये वेतन में खटाया जा रहा है. इतने अल्प वेतन में आज इस महंगाई के दौर में घर गृहस्थी चलाना सम्भव नहीं है. न बच्चों को हम अच्छे स्कूलों में पढ़ा पा रहे हैं, न अपने बच्चों का भविष्य संवार पा रहे हैं. अच्छी तरह से परिवार का भरण पोषण भी नहीं कर पा रहे हैं. आज कई स्वास्थ्यकर्मी रिटायरमेंट के कगार पर खड़े हैं. कोविड जैसी भयंकर महामारी में भी हम अपनी दायित्वों का ईमानदारी पूर्वक निर्वाहन किये. पांच दिन से हमलोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. सीएम आवास का भी घेराव किया. स्वास्थ्य मंत्री का भी घेराव करेंगे. इस बार अपनी मांगों को लेकर किसी भी हद तक आंदोलन करेंगे. लेकिन अपनी हक व अधिकार लेकर रहेंगे. हमें हेमन्त सरकार से बहुत उम्मीदें हैं. लेकिन पांच दिन बाद भी सरकार की तरफ से कोई नुमाइंदा नहीं पहुंचा. जबकि हड़ताल से राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. जिसकी जिम्मेदारी सिर्फ सरकार की है. शीघ्र हमारी मांगें पूरी नहीं हुई तो चरणबद्ध आंदोलन करते हुए अपने बच्चों के साथ आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे. धरना प्रदर्शन में लक्ष्मी सोरेन, पूनम तिग्गा,जयश्री तिग्गा, संचिता, ललिता, पार्वती मार्डी, योगिता, सावित्री, पदमा, झानो, माननी, सूरजमुनी, सीता, शिवानी, शीला, शांता आदि कई एएनएम जीएनएम आदि शामिल हैं.
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अनुबंधकर्मी