राजनगर: राजनगर प्रखंड के आत्मा भवन में जिला उद्यान विकास योजना 2021-22 के तहत 5 दिवसीय नि:शुल्क मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है. शनिवार को प्रशिक्षण का दूसरा दिन था. कार्यक्रम में मुख्य रूप से बीटीएम अमिताभ माझी, प्रशिक्षक भोंजो सिंह बानरा, उद्यान मित्र सुनील महातो, समाजसेवी सावान सोय, साधु चरण महतो आदि उपस्थित थे. बीटीएम अमिताभ माझी ने कहा, कि ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को सशक्त व आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान करने हेतु स्वरोजगार प्रशिक्षण दिया जा रहा है. क्योंकि मशरूम एक वैसा फसल है, जिसके लिए धूप, बरसात, या कादा- कीचड़ में जाने की आवश्यकता नहीं है. यह केवल बंद कमरे के अंदर उगाई जाने वाली फसल है, जिसे आसानी से कोई भी व्यक्ति कम लागत में उगा कर अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं. यह कृषि अवशेषों में उगाया जाता है. जैसे कि धान का पुआल, गेहूं, बजरा, ज्वार, गन्ने का डंठल, मकाई या हमारे खेतों में पाई जाने वाली घासो में भी अच्छी तरह से उगाया जा सकता है, और ये सभी अवशेष ग्रामीण क्षेत्रों में आसानी से प्राप्त होता है. प्रशिक्षक भोंजो सिंह बानरा ने कहा, कि मशरूम उत्पादन में आर्थिक स्थिति मजबूत होने के साथ- साथ मशरूम में 90 प्रतिशत मिनरल्स, विटामिन, आईरन, खनिज लवण, पोषक तत्व तथा प्रोटीन की मात्र अधिक पाई जाती है. जिससे कई प्रकार की बीमारियों को भी ठीक किया जा सकता है. महिलाएं काफी रुचि से सीख रही हैं. प्रशिक्षण में राजनगर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों की 33 महिलाओं ने भाग लिया. प्रशिक्षाणार्थियों में गीता तियु, सालमा टुडू, मीना टुडू, रीना हांसदा, सुनीता मुर्मू, बाहा मुनि मुर्मू, सुमित्रा टुडू, हिमानी महातो, लम्क्षी मुर्मू आदि महिलाओं ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लिया.

