सरायकेला- खरसावां जिले के राजनगर प्रखंड क्षेत्र में बीते एक माह से जंगली हाथियों का आतंक जारी है. हाथी प्रभावित गांवों में किसान अपनी फसल की सुरक्षा को लेकर हर दिन जद्दोजहद कर रहे हैं. सोमवार को प्रखंड क्षेत्र के मुनीडीह में लगभग 20 एकड़ में पकी हुई धान को हाथियों ने रौंद डाला. हाथियों ने मुनीडीह के मनसुख महतो, मंत्री महतो, टिंकू महतो, रंजीत महतो, कालीचरण महतो, गौरांग महतो, दिगंबर महतो, पुनित नामतोआर, पृथ्वी टुडू, सीताराम महतो, दशरथ महतो एवं मनसा महतो आदि कई किसानों के धान खाकर बर्बाद कर दिए.
वन विभाग से नहीं मिल रही किसानों कोई मदद
जंगली हाथियों से प्रभावित इलाकों में किसानों को वन विभाग की तरफ से किसी तरह की कोई मदद नहीं मिल रही है. किसान अपने बलबूते हाथियों को भगाने का काम कर रहे हैं. वन विभाग से किसानों को न टॉर्च, न फटाखे उपलब्ध कराए जा रहे हैं. और तो और वन विभाग हाथियों को भगाने का प्रयास भी नहीं कर रही. किसानों ने कहा कि प्रत्येक साल हाथियों का प्रकोप झेलते हैं. हाथी हमारी फसलों को नष्ट करते हैं, परंतु वन विभाग की तरफ से कोई मुआवजा नहीं मिलता है. कभी कभार एक दो किसानों को मिलता भी है तो क्षति के अनुरूप नहीं मिलता है. विभाग सहायता करे तो कुछ हद तक फसलों को हाथियों से बचाया जा सकता है.