राजनगर (Pitambar Soy) सरायकेला- खरसावां जिला अंतर्गत राजनगर प्रखंड के उरुगुटू स्थित मेसर्स शौर्या प्लास्टो प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रदूषण फैलने की बात आखिरकार कर सही साबित हुई. प्रभावित गांव के ग्रामीणों के लगातार आंदोलन के बाद स्थानीय विधायक सह मंत्री चंपई सोरेन ने मामले को संज्ञान लिया और झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद को जांच करने का निर्देश दिया.
मंत्री के आदेश पर प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने जब 14.12.2022 को उरुगुटू मेसर्स शौर्या प्लास्टो प्राइवेट लिमिटेड का स्थल निरीक्षण किया, तो शिकायत सही पाया गया. इस सम्बंध में झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के क्षेत्रीय पदाधिकारी जितेंद्र प्रसाद सिंह ने मेसर्स शौर्या प्लास्टो प्राइवेट के निदेशक रोहित केजरीवाल को यूनिट बंद करने का निर्देश दिया है, साथ ही एक सप्ताह के अंदर अधोहस्ताक्षरी को अनुपालन प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया है. परंतु कंपनी का काम बदस्तूर जारी है.
प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के क्षेत्रीय पदाधिकारी ने निरीक्षण में पाया कि कंपनी द्वारा कटे हुए प्लास्टिक वेस्ट आइटम को पानी से धोने के पश्चात उसे ब्लोअर से हवा में प्रवाहित कर हल्के और भारी प्लास्टिक वेस्ट मटेरियल को पृथक करने का काम किया जाता है. जिससे चारों तरफ प्रदूषण फैलता है और ग्रामीण उससे प्रभावित हो रहे हैं.
मालूम हो कि कंपनी के खिलाफ उरुगुटू, जामबनी और आसपास के ग्रामीण पिछले कई महीनों से आंदोलनरत हैं. ग्रामीणों ने प्रदूषण को लेकर कंपनी का गेट भी बंद किया था. कई बार प्रशासन से प्रदूषण फैलाने वाली उक्त कम्पनी को बंद करने की पत्राचार की थी. लेकिन ग्रामीणों की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही थी. कंपनी प्रबंधन के साथ भी ग्रामीणों की वार्ता हुई थी. लेकिन कोई हल नहीं निकला था. आखिरकार स्थानीय विधायक व मंत्री चम्पई सोरेन को इसकी शिकायत मिली तो उन्होंने त्वरित संज्ञान लेते हुए प्रदुषण विभाग को जांच कर उचित कार्रवाई का आदेश दिया था. लेकिन आदेश के बाद भी कंपनी अपनी मनमानी कर रहा है और अभी भी कंपनी अपना काम बदस्तूर जारी रखा है.