राजनगर: पुलिस ने केनरा बैंक शाखा से बिचौलिए आशीष कुमार पंच द्वारा रिचितुका गांव के किसान सुपाई मुर्मू के खाते से फर्जी हस्ताक्षर कर 80000 रुपए निकासी करने के मामले में शनिवार को आरोपी आशीष को हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
मालूम हो कि रिचितुका निवासी भुक्तभोगी सुपाई मुर्मू ने शुक्रवार की शाम को राजनगर थाना में आरोपी आशीष कुमार पंच के खिलाफ 420 का मामला दर्ज कराया था. जिसके बाद पुलिस फौरन हरकत में आई और आरोपी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है. भुक्तभोगी राजनगर थाना क्षेत्र के रिचितुका निवासी सुपाई मुर्मू ने शुक्रवार की शाम को राजनगर थाने में आरोपी आशीष कुमार पंच के खिलाफ 420 का मामला दर्ज कराया था. साथ ही भुक्तभोगी ने बैंक के अधिकारियों पर गाली गलौज करने एवं गोली मारने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है.
कैसे किया गया फर्जीवाड़ा
आरोपी राजनगर के रिचितुका निवासी आशीष कुमार पंच ने लाभुक सुपाई मुर्मू का केसीसी लोन अप्लाई करने में मदद किया था. इसके बाद जब उसके खाते में 80 हजार केसीसी का आ गया तो आशीष ने चालाकी से सुपाई के नाम पर फर्जी हस्ताक्षर से चेक बुक के लिए अप्लाई किया. जब चेक बुक निर्गत हुआ तो निर्गत पंजी पर भी आशीष कुमार पंच ने खुद सुपाई के नाम पर हस्ताक्षर किया. इसके चेक के माध्यम से आशीष कुमार पंच ने बैंक पैसा निकालने आये नेटो गांव के रुईटू मुखी को 500 रुपये का लालच देकर चेक थमा कर लाइन में खड़ा कर दिया. जब चेक से 30000 निकाला तो आरोपी आशीष ने रुईटू मुखी 500 दिया. दूसरे दिन इसी तरह 35000 हजार रुपये निकले. इसके बाद फंड ट्रांसफर के माध्यम ने आशीष ने एक ओर मास्टर स्ट्रोक खेला, लेकिन गलती यह हुई की उसने रुईटू की मां सोमवारी मुखी के खाते पर पैसा ट्रांसफर कर दिया. बाद में बैंक अधिकारियों को पता चला कि सोमवारी मुखी की तो दो- तीन साल पहले ही मौत हो चुकी है, लेकिन आरोपी शातिर दिमाग का था, उसने सोमवरी के मरने से पहले ही सोमवारी के नाम का एटीएम, पासबुक अपने पास रखा था. उसने मृत सोमवारी मुखी के खाते से भी एटीएम के माध्यम से पैसे की निकासी कर ली थी. अब सवाल यह उठता है कि कैसे मृत सोमवरी मुखी के खाते में पैसा ट्रांसफर हो गया. वैसे बैंक की तरफ से भी अपने बचाव में इस मामले को लेकर बिचौलिए पर मामला दर्ज किया गया है.