राजनगर (Pitambar Soy) झारखंड आंदोलनकारी नेता अनिल कुमार महतो ने अपनी धर्मपत्नी व आजसू की प्रथम केंद्रीय महिला अध्यक्ष मालती किचिंगिया महतो की जयंती के अवसर पर रविवार को राजनगर के गेंगेरूली में जरूरतमंद लोगों के बीच कंबल वितरण किया.
इस दौरान अनिल महतो ने केक काटकर अपनी धर्मपत्नी मालती किचिंगिया महतो की जयंती मनाई तथा उपस्थित लोगों ने तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान गेंगेरूली में करीब 500 जरूरतमंद लोगों के बीच अनिल महतो ने कंबल वितरण किया. साथ ही आंदोलनकारी भुवनेश्वर महतो, कमलेश्वर महतो, जिला परिषद सदस्य आमोदिनी महतो तथा बुद्धिजीवी एवं पत्रकारों को शॉल ओढा़कर सम्मानित किया.
इस दौरान अनिल महतो ने कुनाबेड़ा चौक पर स्थापित शहीद निर्मल महतो की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. अनिल महतो ने कहा कि राज्य में आज 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति और कुड़मी को एसटी में शामिल करने की मांग को लेकर कुड़मी और आदिवासी संथाल, हो, मुंडा के बीच विवाद पैदा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमें अपने घर के विवाद को बाहर नहीं दिखाना चाहिए. हमारे बीच जो भी मतभेद हैं. उन्हें बैठकर सुलझाना चाहिए. बाहर विवाद फैलाने से बाहरी हमारा फायदा उठाएंगे. उन्होंने कहा कि हम सब को एकजुट रहने की जरूरत है. शहीदों के बलिदान पर झारखंड मिला है. आपस में लड़कर बिखरने नहीं देना चाहिए.
उन्होंने कहा कि वह तो चाहते हैं कि झारखंड में उच्च जातियों को छोड़कर सभी को एसटी में शामिल कर देना चाहिए और इसे एक ट्राइबल स्टेट के रूप में पूर्वोत्तर राज्य असम- मणिपुर की तरह घोषित कर देना चाहिए. इस दौरान आंदोलनकारी भुवनेश्वर महतो, कमलेश्वर महतो, ग्राम प्रधान बैजनाथ महतो , गयाराम महतो, मुखिया सलमा देवी, कीताडीह पंचायत मुखिया जोबा मार्डी, गीतादेवी मुंडा, सहदेव महतो, साहेबराम महतो, रसराज महतो, लखीचरण महतो, नीलकमल महतो, दिलीप महतो, कायरू महतो, महतो, वीर सिंह महतो, लालचंद महतो, कोविसेन महतो, हपना सोरेन, बिंदेश्वर महतो, सविता महतो, रोहिणी महतो आदि उपस्थित थे.