राजनगर: राजनगर में बन रहे एसएस प्लस टू भवन की जल निकासी वाली दीवार पहली बारिश में ही ढह गई. लगभग 4 करोड़ से निर्मित इस भवन का अभी तक उद्घटान भी नहीं हुआ है, अंदर वायरिंग का काम चल रहा है, लेकिन पहली बरसात में ही घटिया निर्माण की पोल खुल गई.
भवन निर्माण में प्रयुक्त घटिया किस्म की काली ईंट हल्की बरसात को भी नहीं झेल पाई. इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है, कि भवन निर्माण में किस तरह के घटिया ईंटो का प्रयोग किया गया है. जब शुरुआत में ही भवन की दीवार गिरने लगी है, तो आगे क्या हाल होगा. जानकारी मिलते ही सांसद प्रतिनिधि विशु हेम्ब्रम एवं बीस सूत्री सदस्य पप्पू राय ने टूटे दीवार को देखा. जिसमें पाया कि बहुत ही घटिया स्तर का ईंट भवन निर्माण में प्रयोग किया गया है. जो पानी पड़ने से गल रहा है और थोड़ी सी ऊंचाई से गिराने पर टूट कर बिखर रहा है. करोड़ों की लागत से बनी इस भवन में राजनगर क्षेत्र के हमारी ग्रामीण छात्र- छात्राएं शिक्षा ग्रहण करेंगी. इससे कभी भी दुर्घटना की संभावना बनी रहेगी. भवन निर्माण का उच्चस्तरीय जांच होना चाहिए. इधर ठेकेदार के द्वारा टूटे हुए जगह की लीपापोती की जा रही है. ठेकेदार की ओर से बताया जा रहा है कि छत का जल निकासी के लिए नीचे निकासी पाइप नहीं निकाला गया था, जिससे जल जमाव होने के कारण दीवार गिरी.
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