राजनगर/ Pitambar Soy राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के तहत गरीबों को मिलने वाला जनवरी माह का लगभग 2021 क्विंटल अनाज पर डाका डाला गया है. करीब 70 से 80 लाख रूपये के माल का हेराफेरी किया गया है. यह आरोप सांसद प्रतिनिधि मोतीलाल गौड़ ने लगाया है. उन्होंने इसकी जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.
अपने सनसनीखेज खुलासे में मोतीलाल ने पत्रकारों को बताया कि विगत एक जनवरी से नौ जनवरी तक डीलर हड़ताल पर थे. हड़ताल टूटने के तीन दिन बाद भी गोदाम नहीं खुला. अभी तक डिलरों का माल उठाव नहीं हुआ है. मकर आ गया है. गरीबों को अनाज कब वितरण होगा. मोतीलाल ने आरोप लगाया है कि जनवरी माह का जितना अनाज जमशेदपुर एफसीआई से डिस्पैच हुआ उतना अनाज राजनगर गोदाम में नहीं पहुंचा. आखिर रास्ते में करीब दस ट्रक अनाज कहां गायब हो गया. यह जांच का विषय है. गरीबों का अनाज रास्ते में कहीं हेर फेर तो नहीं किया गया है ? राजनगर गोदाम मैनेजर गोवर्धन महतो ने जनवरी में 1563 बोरी अनाज ही रिसीव किया है. मगर बाकी करीब चार हजार बोरी यानी लगभग दो हजार 21 क्विंटल अनाज गोदाम नहीं पहुंचा.
मोतीलाल ने बताया कि इस बात का खुलासा तब हुआ जब गोदाम मैनेजर गोवर्धन महतो ने नए एजीएम को प्रभार देना चाहा. नए एजीएम ने इस शर्त पर प्रभार लेने से मना किया कि ज़ब तक माल की गिनती नहीं होगी. वे प्रभार नहीं लेंगे. ज़ब माल की गिनती हुई तो पता चला कि केवल 1563 बोरी ही माल उपलब्ध है. आखिर एफसीआई से निकला अनाज राजनगर गोदाम तक क्यों नहीं पहुंचा यह जांच का विषय है. अभी फरवरी माह का अनाज आ चुका है. लेकिन जनवरी का माल कहां गयाब हो गया है. मोतीलाल ने कहा अगर गरीबों को अनाज नहीं मिला तो इसकी शिकायत उपायुक्त से लेकर आगे उच्च अधिकारियों तक करेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि कुछ माफिया किस्म के लोग मामले को दबाने के लिए पैसे का खेल खेलने की कोशिश में लगे हैं.
माफिया हुए सक्रिय
उधर खबर मिल रही है कि माफिया एजीएम पर पूरा माल रिसीव करने का दवाब बना रहे हैं, ताकि माफिया खुद बच सकें. हालांकि मामला अब डिलरों के कानों तक भी पहुंच चुका है. ऐसे में माल डिलरों से कटौती करने की कोशिश होगी तो डीलर भी चुप नहीं बैठेंगे.