RAJNAGAR सरायकेला जिले के राजनगर प्रखंड क्षेत्र के कालाझरना में आदिवासी हो समुदाय के लोगों ने रविवार को काफी धूमधाम एवं हर्सोल्लास के साथ बा पर्व मनाया. ग्रामीण सुबह जंगल से साल वृक्ष के फूल और पत्ते लेकर आये और अपने- अपने घरों में साल वृक्ष के फूल व नए फल से सिंहबोंगा (इष्ट देवता) एवं पूर्वजों की पूजा अर्चना की.
मान्यता है, कि पूर्वजों को फल व फूल अर्पित करने के बाद ही नया फल व फूल का सेवन किया जाता है. इसके बाद सभी महिला पुरुष एवं बच्चे साल के फूल अपने कान एवं बालों के जुड़े में लगाकर शाम को अखाड़ा में बहा नृत्य किया. रविवार को रातभर अखड़ा में मंदार (जदूर दुमंग) के थाप पर नाचते गाते हुए बहा उत्सव मनाया. दूसरे दिन सोमवार को भी अखाड़ा में बाहा नृत्य जारी रहा. इस दौरान देउरी पितराम सोय ने कहा कि आदिवासी प्रकृति पूजक हैं. सृष्टि के समय से ही आदिवासियों का जुड़ाव पेड़, पर्वत, नदी, नाला, जल जंगल जमीन से रहा है. हर पर्व- त्यौहार इन्हीं से सम्बंधित है. बा पूजा कर अच्छी फसल की पैदावार व क्षेत्र की सुख- समृद्धि की कामना की गई. बा पर्व के आयोजन को सफल बनाने में ग्राम मुंडा डोबरो देवगम, डाकुवा रामेश्वर गोप, देउरी पितराम सोय, दुम्बी देवगम, सुनील सोय, सितंबर देवगम, सौरभ जामुदा, सुनील देवगम, लालसिंह सोय, कृष्णा सोय, टूबरु जामुदा, रिडु देवगम, टुईला सिदू, कांडे जामुदा, डुकरू सरदार आदि का अहम योगदान रहा.