जमशेदपुर (Charanjeet Singh)
चक्रधरपुर रेल मंडल में बिजली विभाग की लापरवाही से रविवार को बड़ा हादसा हुआ. बंडामुंडा रेलवे कॉलोनी के क़्वार्टर ए-220 में विद्युत अर्थिंग के रिसाव से रेल कर्मचारी अभिषेक प्रामाणिक के छह वर्षीय पुत्र राजू प्रामाणिक को अपनी चपेट में ले लिया. इसके बाद उसे रेल अस्पताल पहुंचाय गया, जहां उसकी मौत हो गई.
मृत राजू के पिता अभिषेक कैरेज एंड वेगन विभाग में एसएसई के पद पर कार्यरत हैं. इस घटना में राजू का एक भाई भी अर्थिंग की चपेट में आया, लेकिन झटका खाकर वह फेका गया और बाल बाल बच गया. घटना के वक्त दोनों भाई खेल रहे थे. तभी क्वार्टर के पास से गुजर रही बिजली तार से जा सटे और यह हादसा हो गया. थोड़ी देर में यह घटना रेल मंडल में आग की तरह फेल गई. रेलवे मेंस कांग्रेस के मंडल संयोजक शशि रंजन मिश्रा ने इसे तुरंत संज्ञान में लिया और डीआरएम विजय कुमार साहू को घटना की जानकारी दी. डीआरएम ने इसे गंभीरता से लेते हुए एक उच्च स्तरीय जांच पहले ही तय कर दी गई है, जिसकी रिपोर्ट सोमवार तक ही प्रस्तुत की जानी है. बताया जाता है की एक जांच कमेटी सुपरवाइजर स्तर पर तय की गई है, जिसे रविवार देर शाम तक ही रिपोर्ट देने को कहा गया है, जबकि दूसरी जांच कमेटी में वरीय अधिकारीयों को रखा गया है, जिसका नेतृत्व सीनियर डीएसओ करेंगे. इनके साथ सीनियर डीईएन और सीनियर डीएमई भी रहेंगे. इस घटना से एसईआरएमसी की पूरी बिरादरी शोक में है और बच्चे की दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की है. शशि मिश्रा ने कहा कि ऐसी घटनायें आए दिन मंडल में घट रही हैं, लेकिन बिजली विभाग जाग नहीं रहा है. जगह जगह जंक्शन बॉक्स खुले हुए हैं. टाटानगर में पिछले दिनों एक खुले बॉक्स में गाय ने मुंह रखा. बिजली का झटका खाकर वह तड़पने लगी, हालांकि उसकी जान बच गई. रेल कॉलोनीयों में अंडर ग्राउंड केबलिंग करने जैसे गंभीर मुद्दे को पुनः सोमवार को डीआरएम के समक्ष स्थाई वार्ता तंत्र की बैठक में उठाया जायेगा.
टाटानगर में रेल कॉलोनीयों में अतिक्रमण, बिजली विभाग हो रहा मालामाल
टाटानगर में लोको और कैरेज कॉलोनी में अंडर ग्राउंड केबलिंग है. शेष चार कॉलोनीयों में अभी भी बिजली की तार जगह जगह झूलती देखी जा सकती हैं. जंक्शन बॉक्स भी खुले हुए हैं. टाटानगर की इन रेलवे कॉलोनियों में सैंकड़ो क्वार्टरों पर कब्ज़ा है. वहीं झुग्गी झोपड़ी बनाकर हजारों लोग रह रहे हैं. केवल लोको कॉलोनी में ही सात हजार झुग्गी झोपडीयां बनी हुई है. इन झुग्गी झोपडियों में बिजली की लाइन गई हुई है. सूत्र बताते हैं की विभाग समेत आसामजिक तत्व इस खेल से मालामाल होते आएं हैं, इसलिए विभाग भी इसमें दिलचस्पी नहीं दिखाना चाहता. उनकी लापरवाही से कभी भी बढ़ी घटना घट सकती है. अब देखना है की जांच टीम की रिपोर्ट पर डीआरएम मामले में क्या एक्शन लेते हैं.
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