सरायकेला: झारखंड के 12 वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद चंपाई सोरेन को बधाई मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है. सरायकेला विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री बनने के बाद समर्थकों में उत्साह का माहौल है. विदित हो कि मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन सरायकेला से विधायक हैं और छठी बार वे यहां से विधायक चुने गए हैं. तीन बार मंत्री बनने के बाद एक नाटकीय घटनाक्रम और राज्य के बदले सियासी समीकरण ने उन्हें सत्ता के शिखर पर काबिज कर दिया. अब वे राज्य के मुख्यमंत्री हैं.
सादगी है चंपाई की पहचान
छः बार विधायक और तीन बार मंत्री रहे चंपाई सोरेन की सादगी उन्हें आज भी सभी राजनेताओं से अलग पंक्ति में खड़ा रखता है. अपने विधानसभा में उनकी पकड़ का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि प्रचंड मोदी लहर में भी सरायकेला विधानसभा सीट पर भाजपा एक अदद जीत को तरस रही है. वे यहां से रिकॉर्ड पांचवी बार लगातार जीत दर्ज कर चुके हैं. झारखंड आंदोलन की उपज चंपाई सोरेन दिशोम गुरु शिबू सोरेन को अपना आदर्श मानते हैं और उन्हें कोल्हान टाइगर के रूप में जाना जाता है. आज भी वे गरीबों से मिलते हैं और उनकी समस्याओं का निराकरण करते हैं.
प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला- खारसावां ने दी बधाई
चंपाई सोरेन का पत्रकारों से आत्मीय रिश्ता रहा है. सरायकेला विधानसभा के सभी पत्रकारों के सुख- दुःख में वे शामिल होते रहे हैं. पत्रकारों के किसी भी कार्यक्रम में एक बुलावे पर वे पहुंच जाते हैं और उनके साथ मंच साझा करते हैं. यदि कोई पत्रकार उनसे मिलना चाहता है तो इसके लिए उसे किसी परमिशन की आवश्यकता नहीं होती इससे ज्यादा शालीन नेता या मंत्री आज शायद ही मिले. उन्हें मुख्यमंत्री बनने पर प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला- खरसावां के अध्यक्ष मनमोहन सिंह ने उन्हें बधाइयां देते हुए साथ बिताए कुछ फोटोग्राफ्स जारी किए हैं. उन्होंने बताया कि मंत्री रहें या विधायक दादा की आत्मीयता पत्रकारों के प्रति बेहद ही भावुक रही है. जब कभी भी पत्रकारों के समक्ष कोई समस्या उत्पन्न हुई दादा ने चुटकी बजाते हल कर दिया. पत्रकारों के हर सुख- दु:ख में खड़े रहे. आज वे मुख्यमंत्री बन गए हैं यह हम लोगों का सौभाग्य है. उम्मीद है कि न केवल सरायकेला बल्कि राज्य के पत्रकारों का कल्याण होगा और अपने मुख्यमंत्रित्व काल में वे पत्रकारों के लिए एक नया इतिहास लिखेंगे.