पिछले आठ दिनों से लापता कांड्रा के व्यवसाई देबू अग्रवाल के 29 वर्षीय पुत्र मनीष अग्रवाल का कोई सुराग नहीं मिलने पर शुक्रवार को कांड्रा के व्यवसायियों ने बाजार पूरी तरह बंद रखा.
इस दौरान सुबह से ही व्यवसायियों ने दुकान का शटर बंद रखा है और मेन रोड कांड्रा में जगह जगह लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है.
बाजार बंद करने का निर्णय लेने से 3 दिन पूर्व व्यवसायियों का एक दल थाना प्रभारी राजन कुमार से मिला था और व्यवसाई पुत्र की सकुशल रिहाई की गुहार लगाई थी, अन्यथा की स्थिति में बाजार बंद रखने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था. इसके तहत ही शुक्रवार को स्वेच्छा पूर्वक सभी ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे. पूरे कांड्रा क्षेत्र में आज कपड़े, होटल, रेस्टोरेंट और किराने की दुकान से लेकर छोटी-बड़ी सभी दुकानें बंद है. इधर व्यवसाई पुत्र का अब तक कोई सुराग नहीं मिलने से परिजनों को अनहोनी की आशंका सताने लगी है. बता दें कि बीते 23 सितंबर को डेंटिस्ट के पास जाने की बात कहकर घर से निकला मनीष अभी तक वापस नहीं लौटा है. मनीष के पिता देबू अग्रवाल के आवेदन पर स्थानीय पुलिस आईपीसी की धारा 363 के तहत मामला दर्ज कर लापता मनीष की तलाश कर रही है. इस क्रम में अभी तक पुलिस आदित्यपुर, बिष्टुपुर, जुगसलाई, मानगो बस स्टैंड, टाटानगर रेलवे स्टेशन आदि कई जगहों के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल चुकी है, लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं, जिससे परिजनों के साथ-साथ स्थानीय लोगों में भी मायूसी है.