पाकुड़ / Rahul Das, हिरणपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत गोविंदपुर गांव में बुधवार को जर्जर अवस्था मे करीब 20 साल से पड़े एक सिंचाई कुआं में गिरने से गांव के ही जब्बार अंसारी की 6 वर्षीया पुत्री लाडली खातून की मृत्यु हो गई. इसके बाद परिवार के सदस्यों का रो रोकर बुरा हाल है. गांव के तारिणी पण्डित व सुनील पण्डित की जमीन पर करीब 20 वर्ष पूर्व सम्बन्धित विभाग द्वारा सिंचाई कुआं का निर्माण कराया गया था. कुआं के ऊपरी भाग में पैराफिट न बनाकर जस के तस छोड़ दिया गया था.
जमीन की ऊपरी भाग पूरी तरह समतल बना हुआ है. कुआं करीब 20 से 25 फिट गहरा है,जिसमे काफी मात्रा में पानी भरा हुआ है.लोग कुआं में कचरा डालते थे. ग्रामीण हकीमुद्दीन अंसारी , नूर इस्लाम , यासीन अंसारी , निजाम अंसारी आदि ने बताया कि बच्ची शौच के लिए कुआं के निकट खेत मे गई थी.इसी बीच कूप में पाराफिट न रहने से अकस्मात कुआं में गिर गई,जिससे कूप के गहरे पानी मे डूबने से मौत हो गई.
कुआं में गिरने की सूचना मिलने साथ बच्ची को कुआं से निकालने का काफी प्रयास किया गया.आननफानन में गांव के लोग कुआं में उतरकर किसी तरह बच्ची को पानी से निकाला ,तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी.जिस कारण गांव में मातम की स्थिति बन गई.आधे अधूरे इस जर्जर कुआं को लेकर बीते वर्ष हिरणपुर थाना में ग्रामीणों की उपस्थिति में पंचायती भी हुई थी. जिसमे कहा गया था,कि अधूरे पड़े कूप का कार्य को पूर्ण कर दिया जाएगा.वहीं कूप के अंदर डाले गए कचरे को भी बाहर निकाल दिया जायेगा.पर यह कार्य नही किया गया.जिस कारण बच्ची की मौत हो गई.
Reporter for Industrial Area Adityapur