पाकुड़: जिले में लिट्टीपाड़ा प्रखंड के झेनागढ़िया गांव में फाइलेरिया का दवा खिलाने गई मेडिकल टीम में शामिल स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ग्रामीणों द्वारा की गई धक्का- मुक्की एवं मारपीट कर बंधक बनाए जाने के विरोध में जिले के सैकड़ो स्वास्थ्य कर्मी पाकुड़ सदर अस्पताल के मुख्य गेट पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं.
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उनका कहना है कि इमरजेंसी सेवा को छोड़कर जब तक दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की जाएगी तब तक हम सभी स्वास्थ्य कर्मी चरणबद्ध होकर आंदोलन करते रहेंगे. स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम को सफल बनाने एवं लोगों का स्वास्थ्य जांच करने, दवा खिलाने तथा इलाज के दौरान आए दिन स्वास्थ्य कर्मियों पर ग्रामीणों द्वारा जानलेवा हमला किया जाता है. इसके बावजूद सुरक्षा को लेकर शासन- प्रशासन सिर्फ और सिर्फ आश्वासन ही देते आ रहे हैं. उनका कहना है कि ड्यूटी के दौरान स्वास्थ्य कर्मी कहीं भी सुरक्षित नहीं है. ऐसे में ड्यूटी करना असंभव है. स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि हाल ही में लिट्टीपाड़ा प्रखंड के झेनागढ़िया गांव में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मारपीट की गई और महिला कर्मी के साथ दुर्व्यवहार किया गया. इसकी शिकायत जब थाने में दर्ज कराई गई तो प्रशासन की ओर से हम सभी स्वास्थ्य कर्मियों पर यह दबाव बनाए जाने लगा कि प्राथमिकी वापस ले अन्यथा कानूनी कार्रवाई होगी. उनका कहना है कि यदि हम ड्यूटी के दौरान मार खाते रहें और उल्टा हमें ही दोषी ठहराया जाएगा तो हम स्वास्थ्य कर्मी ड्यूटी कैसे कर सकते हैं.
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