पाकुड़/ Rahul Das: पाकुड़ के जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से शुक्रवार को हिरणपुर प्रखंड सभागार में जागरुकता सह आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान प्राधिकार सचिव शिल्पा मुर्मू मौजूद रही. कार्यक्रम में सचिव शिल्पा मुर्मू ने कई विधिक जानकारियां दी. इस कार्यक्रम के तहत महिला सशक्तिकरण, महिलाओ के साथ शोषण, पर प्रकाश डाला गया.साथ ही पोक्सो अधिनियम, बाल विवाह, बाल श्रम, मोटर दुर्घटना दावा से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारी दी गई.
सचिव शिल्पा मुर्मू ने बताया की बच्चों से संबंधित मामलों में देखभाल और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों की पहचान करने और उन्हें बाल संरक्षण योजना से जोड़ने के लिए गहन अभियान चलाया जा रहा है, ताकि कभी भी बाल तस्करी, बाल श्रम, बाल विवाह, बाल दुर्व्यवहार आदि का शिकार न बनें. यह अभियान गांव के साथ निकट समन्वय में चलाया जा रहा है. बाल संरक्षण समितियों और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन समेत कई टीम इन पर काम कर रही उन बच्चों को तस्करी से बचाना,उनकी शैक्षिक, पोषण संबंधी और अन्य विकास आवश्यकताओं का ध्यान डीसीपीयू समेत बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा, झारखंड राज्य के बाल संरक्षण इको सिस्टम के तहत पहचाने गए और लाए गए बच्चों की निगरानी वीएलसीपीसी, डीसीपीयू और सीडब्ल्यूसी के स्तर पर तब तक की जाएगी.
उन्होंने बताया कि जब तक कि वे अठारह वर्ष के नहीं हो जाते या वे परिवार आधारित देखभाल प्रणाली में पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हो जाते. प्रखंड विकास पदाधिकारी उमेश कुमार स्वांशी ने सरकार द्वारा संचालित कई जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी. मौके पर पीएलवी उत्पल मंडल, पुलिस अधिकारी समेत ग्रामीण उपस्थित थे.