पाकुड़/ Rahul das : लिट्टीपाड़ा प्रखंड कार्यालय सोमवार को राज्यव्यापी बाल विवाह से आजादी अभियान के तहत को शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. बीडीओ संजय कुमार द्वारा प्रखंड, अंचल एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय के पदाधिकारी एवं कर्मियों सहित उपस्थित ग्रामीणों को राज्यव्यापी बाल विवाह से आजादी अभियान के तहत शापथ दिलाया गया. इस मौके पर बीडीओ संजय कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि बाल विवाह का सीधा असर न केवल लड़कियों पर बल्कि उनके परिवार और समुदाय पर भी होता हैं. जिस लड़की की शादी कम उम्र में हो जाती है उसके स्कूल से निकल जाने की संभावना बढ़ जाती है तथा उसके कमाने और समुदाय में योगदान देने की क्षमता कम हो जाती है.
छोटी उम्र में लड़कियों का विवाह कर दिया जाता हैं तो इससे वे कई तरह की बीमारी का शिकार हो सकती हैं. कम उम्र में विवाह होने के कारण वे कम उम्र में ही गर्भवती भी हो जाती हैं. ऐसे समय में उन्हें अपने शरीर में होने वाले बदलावों के बारे में थोड़ी भी समझ नहीं होती है. कई बार तो प्रसव के दौरान कमजोरी होने के कारण लड़कियों की मृत्यु भी हो जाती है. कम उम्र में मां बनने के कारण गर्भ में उनके बच्चों का भी पूर्ण रूप से विकास नहीं हो पाता है. इससे बच्चे भी कुपोषित पैदा होते हैं, या फिर गर्भ में ही किसी गंभीर बीमारी का शिकार हो जाते हैं.
बाल विवाह के कारण शिशु मृत्यु दर में भी तेजी देखने को मिलती है क्योंकि मां का शरीर बच्चे को जन्म देने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं हुआ रहता है. इस शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य रूप से प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी मानिक दास, महिला पर्यवेक्षिका चन्दना सिंह, बीपीआरओ केसी दास सहित अंचल एवं बाल विकास के पदाधिकारी कर्मी सहित काफ़ी संख्या में महिलाएं और ग्रामीण उपस्थित थे.