जमशेदपुर: बिहार- झारखंड में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने की दिशा में कार्यरत नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय अगले महीने से मेडिकल और इंजीनियरिंग के छात्र- छात्राओं के लिए नई शुरुआत करने जा रही है. संस्थान के चेयरमैन मदन मोहन सिंह ने इसकी जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि संस्थान अगले महीने से मेडिकल और इंजिनियरिंग की पढ़ाई में रूचि रखने वाले छात्र- छात्राओं के लिए “नेताजी सुभाष मार्गदर्शन” की शुरुआत करने जा रही है. इसमें वैसे छात्र- छात्राएं एडमिशन ले सकते हैं जिनके अभिभावक महंगे कोचिंग संस्थानों के फीस एफर्ड नहीं कर सकते हैं. साथ ही कोटा जैसे शहरों में जाकर छात्र- छात्राएं अपनी जान गंवा रहे हैं. उन्होंने बताया कि संस्थान में कोचिंग लेने वाले नौवीं एवं दसवीं के छात्र- छात्राओं के लिए महज 20,000 और 11वीं एवं 12वीं के छात्र- छात्राओं के लिए 40,000 फीस लिया जाएगा. इसके साथ कोर्स मैटेरियल मुफ्त दिया जाएगा. वही निर्धन छात्र- छात्राओं को मुफ्त शिक्षा देने की बात कही. उन्होंने बताया कि संस्थान का उद्देश्य गरीब और निर्धन परिवार के बच्चों को मेडिकल और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आगे लाना है. श्री सिंह ने बताया कि इसका विधिवत घोषणा 15 अप्रैल को किया जाएगा, जबकि 17 अप्रैल से जमशेदपुर के कदमा एवं परसुडीह स्थित नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल मैं क्लास की शुरुआत होगी. इसमें विश्व स्तरीय फैकल्टी की व्यवस्था की गई है. जरूरत पड़ने पर संस्थान के अन्य स्कूलों में इसकी शुरुआत की जाएगी.
बता दे कि नेताजी सुभाष शिक्षण संस्थान के वर्तमान में जमशेदपुर में 10 स्कूल संचालित हो रहे हैं. इसमें एक यूनिवर्सिटी पोखरी में संचालित हो रही है, जबकि एक मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल आदित्यपुर में निर्माणाधीन है. पटना के बिहटा में एक मेडिकल कॉलेज अस्पताल संचालित हो रहे हैं, जबकि एक इंजीनियरिंग कॉलेज और एक डिप्लोमा कॉलेज भी संचालित हो रहे हैं. इसमें कुल 50 हजार से भी ज्यादा छात्र- छात्राएं स्कूली, मेडिकल, तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा हासिल कर रहे हैं. साथ ही डेढ़ हजार से भी ज्यादा लोगों को रोजगार मिल रहा है.
बाईट
एमएम सिंह (चेयरमैन- नेताजी यूनिवर्सिटी)