एनआईटी जमशेदपुर के 11 वें दीक्षांत समारोह में सिविल इंजीनियरिंग के छात्र बिट्टू कुमार और पोस्ट ग्रेज्युएट की छात्रा वाई वाहिनी को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने गोल्ड मैडल प्रदान किया.
वहीं सभी 16 ब्रांच के टॉपरों को सिल्वर मेडल प्रदान करते हुए उनके उज्वल भविष्य की कामना की गई. बता दें कि 11 वें दीक्षांत समारोह में संस्थान की ओर से इस वर्ष कुल 904 छात्रों को सर्टिफिकेट मिला.
जिनमें 587 बीटेक, 145 एमटेक, 84 एमसीए व 16 पीएचडी के छात्रों को. वैसे कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए करीब 400 छात्रों को प्रमाण पत्र लेने के लिए संस्थान द्वारा आमंत्रित किया गया था.
अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने संस्थान पासआउट सभी छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए आत्मनिर्भर भारत अभियान में अपना योगदान देने की अपील की. उन्होंने छात्रों से न केवल अपने लिए, बल्कि प्रधानमंत्री के सपनो के भारत निर्माण में अपना योगदान देने की अपील की. उन्होंने संस्थान के कैम्पस की सराहना करते हुए हाई पैकेज प्राप्त छात्रों को भी अपनी शुभकामनाएं दीं.
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श्री मुंडा ने कहा वैश्विक त्रासदी के दौर में इतना बढ़िया कैंपस मिलना अपने आप मे उत्कृष्ट प्रदर्शन है. बता दें कि इस साल संस्थान से पासआउट 85 फीसदी छात्रों का देश विदेश के अलग- अलग संस्थानों में कैम्पस सलेक्शन हुआ है.
अर्जुन मुंडा (केंद्रीय मंत्री)
बता दें कि इस साल 57 लाख की वार्षिक सैलरी पर विदेशी कंपनी एटलासियान ने कंप्यूटर साइंस के छह छात्रों को लॉक किया है, जो एक रिकॉर्ड है. साथ ही 40 से 50 लाख के बीच की वार्षिक सैलरी पर 42 छात्र, 30 से 40 लाख के बीच की वार्षिक सैलरी पर 65 छात्र, 20 से 30 लाख के बीच के वार्षिक सैलरी पर 120 छात्रों को बड़ी- बड़ी कंपनियों ने सेलेक्ट किया है. अब तक कंप्यूटर साइंस के 97, सिविल के 80, इलेक्ट्रिकल के 84, इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन के 96, मैकेनिकल के 89, प्रोडक्शन एंड इंडस्ट्रियल के 72, मेटलर्जिकल के 81 व एमसीए के 92 छात्रों का प्लेसमेंट हो चुका है.
देखें सभी छात्रो के प्रमाण पत्र लेते video