आदित्यपुर/ Kunal Kumar पहली बार एनआईटी जमशेदपुर एलुमिनी एसोसिएशन (निटजा) गवर्निंग बॉडी का चुनाव हुआ, जो 8 अक्टूबर को संपन्न हुआ. अपने देश और विदेशों में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्रिटेन, फ्रांस जर्मनी आदि में काम कर रहे इंजीनियर ने भाग लिया. आदित्यपुर के कर्नल आरपी सिंह (रिटायर्ड) को बड़े मार्जिन से सचिव (एलुमनी वेलफेयर) के लिए चुना गया हैं. कर्नल आरपी सिंह पहले भी आरआईटी जमशेदपुर के यूनियन के सचिव रह चुके हैं.
श्री सिंह 34 साल सेना में रहते हुए देश की सेवा की. उनकी विशिष्ट सेवा, साहस के कारण उन्हें थल सेनाध्यक्ष और वायु सेनाध्यक्ष का कमेंडेशन कार्ड मिल चुका हैं. एयर हेडक्वार्टर में सेवा देने के दौरान एयर मांर्शल एचएस गरकाल का भी प्रशंसा पत्र मिल चुका हैं. अरुणाचल प्रदेश में 42 किलोमीटर ऑपरेशनल रोड समयबद्ध बनाने के फलस्वरूप उन्हें मुख्यमंत्री गेगोंग अपांग द्वारा भी प्रशंसा पत्र दिया गया था और उनके नाम को विशिष्ट सेवा मेडल के लिए केंद्र सरकार को अनुमोदन किया गया था. तत्कालीन राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने भी 1979 में उन्हें प्रशंसा पत्र दिया था. देश की सेवा के पश्चात उन्होंने मानवता की सेवा करने का निर्णय लिया हैं. वे पूर्व सैनिक समाज कल्याण संघ के अध्यक्ष भी हैं. अब सचिव के रूप में अपने सभी एनआईटी के एलुमनी के लिए कल्याण संबंधित कार्य करते रहेंगे. सचिव बनाने पर संस्थान के निदेशक डॉक्टर गौतम सूत्रधार ने उन्हें प्रमाण पत्र देकर उन्हें बधाई दी. इस मौके पर संस्थान के रजिस्ट्रार कर्नल एनके राय और वरिष्ट प्रोफेसर अमरेश सिंह ने भी इस उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई दी. कर्नल आरपी सिंह ने कहा कि छात्रों, पूर्व छात्रों और उनके परिवार के कल्याण कार्य उनकी प्राथमिकता रहेगी. वे संस्थान के उत्थान के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और हर सहयोग के लिए संस्थान के निदेशक को भरोशा दिया. बता दें कि 1960 में आरआईटी जमशेदपुर खोला गया था. देश और विदेशो को अभी तक 30 हजार से ज्यादा इंजीनियर इस संस्थान ने दिए जो बड़े- बड़े पदों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं.