नीमडीह (Bidyut Mahato) झारखंड आंदोलन के अगुआ नेता शहीद निर्मल महतो की 72 वीं जयंती के अवसर पर नीमडीह प्रखंड के बांदू में प्रतिमा का अनावरण किया गया. आजसू पार्टी के केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो ने प्रतिमा अनावरण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
इस अवसर पर हरेलाल महतो ने कहा कि निर्मल दा ने अपने प्राण त्याग कर हम सभी को झारखंड राज्य सौंपा है. अब राज्य को सजाने- संवारने का दायित्व हमारा है. हरेलाल महतो ने कहा कि राज्य अलग होकर 22 साल बाद भी ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र का सर्वांगीण विकास नहीं होना, दुर्भाग्य की बात है, जबकि ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र भी निर्मल दा का कर्मभूमि रहा है.
हरेलाल महतो ने कहा कि ईचागढ़ विधानसभा में निर्मल दा के विचारों का नेतृत्व चाहिए, इसलिए जनता भी अबकी बार स्थानीय नेतृत्व चाहती हैं. इस मौके पर अमूल्य महतो, दुर्योधन गोप, संदीप महतो, राजाराम महतो, पवित्र महतो, रमापति महतो, चंदन वर्मा, सुलोचना प्रमाणिक, भुवन लोहार, जितेन मूदी, जतिन्द्र टुडु, रथुराम महतो, सविनाथ महतो, सुदर्शन महतो, गौरांग महतो, चंद्र मोहन महतो आदि मौजूद थे.
इस दौरान निबंध लेखन प्रतियोगिता और चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ. निबंध प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने शहीद निर्मल महतो के जीवनी पर निबंध लिखा. इसमें सुनील माझी प्रथम, मिताली गोप द्वितीय तथा भवानी गोप ने तृतीय स्थान प्राप्त किया. चित्रांकन प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने स्वतंत्रता सेनानी तथा झारखंड आंदोलन के शहीदों व क्रांतिकारियों का चित्र बनाया. इसमें दामिनी प्रमाणिक प्रथम, तृप्ति गोराई द्वितीय तथा भानुमति गोप ने तृतीय स्थान प्राप्त की. सभी विजेता प्रतिभागियों को आजसू केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया. वहीं, प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
मौके पर हरेलाल महतो ने कहा कि शहीद निर्मल महतो केवल झारखंड के लिए ही आंदोलन नहीं किए थे, वे राज्य के बच्चों के शिक्षा के लिए भी लड़े थे. निर्मल महतो अलग राज्य हासिल करके यहां के लोगों के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, पेयजल, बिजली इत्यादि की सुविधा दिलाने की इच्छा रखते थे.