नीमडीह: सरायकेला जिले के नीमडीह थाना अंतर्गत सिरूम पंचायत के बुरुडीह गांव के शरत चंद्र महतो के घर बुधवार को अगलगी की घटना घटित हुई थी. शरत चंद्र ने इसके लिए अपने ही रिश्तेदार राजकिशोर महतो, रविंद्र महतो, जटल महतो, सुखराम महतो व अन्य को जिम्मेदार ठहराते हुए नीमडीह थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. साथ ही पद्मश्री छुटनी महतो को भी इसकी जानकारी दी.
बता दें कि 2020 में सारथी महतो की पत्नी को डायन कहकर राज किशोर महतो, रविंद्र महतो, जटल महतो, सुखराम महतो द्वारा प्रताड़ित किया गया था. उस वक्त छुटनी महतो ने शरतचंद्र महतो एवं उसकी पत्नी को शरण दिया था और थाने में डायन प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया था. साथ ही पीड़ित परिवार को पुनर्वासित भी कराया था. मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है.
इधर बुधवार को हुए अगलगी की घटना को शरद चंद्र ने उसी मामले से जोड़ते हुए पुनः थाने में एफआईआर दर्ज कराई. जिसकी सूचना मिलते ही छुटनी महतो भी बुरुडीह पहुंची और पूरे मामले की जानकारी ली. इस दौरान नीमडीह थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता एवं अन्य ग्रामीण भी मौजूद रहे. जहां पूछताछ के दौरान यह पता चला कि अगलगी एक दुर्घटना है. इसका उसके केस से कोई लेना- देना नहीं. जिसके बाद सभी ने आपस में मिल- बैठकर सुलह कर लिया.
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पद्मश्री छुटनी महतो ने बताया, कि डायन प्रताड़ना जैसी कोई बात नहीं है. यदि ऐसा मामला होगा तो प्रशासन इस पर कार्यवाई करेगी. उन्होंने स्थानीय पुलिस पर आस्था जताते हुए पीड़ित परिवार को सहयोग करने की बात कही.
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पद्मश्री छुटनी महतो
वहीं थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. डायन प्रताड़ना जैसी बात सामने नहीं आई है. यह एक हादसा है. जिसके बाद शरद चंद्र महतो ने अपनी शिकायत वापस ले ली.
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अमित कुमार गुप्ता (थाना प्रभारी नीमडीह)