नीमडीह : सरायकेला–खरसावां जिले के नीमडीह थाना क्षेत्र इन दिनों अवैध महुआ शराब का हब बन गया है. पुलिस के वरीय अधिकारियों की लाख कोशिशों के बाद भी क्षेत्र में स्थाई रूप से अवैध देशी महुआ शराब का कारोबार बंद नहीं हो रहा है. महुआ शराब के कारोबारियों के लिए फिलहाल नीमडीह थाना क्षेत्र सेफ जोन में है. इसका मुख्य कारण यह है कि एक आरक्षी स्वयं शराब कारोबारियों का हितैषी बना हुआ है.
उक्त आरक्षी द्वारा शराब के कारोबार को प्रत्यक्ष रूप से संरक्षण दिया जाता है. इसके एवज में कारोबारियों द्वारा आरक्षी के पास प्रतिमाह मोटी रकम जमा किया जाता है. हालांकि यह कहना मुश्किल है कि इस गोरखधंधे से होने वाली वसूली का हिस्सा पुलिस के आला अधिकारियों तक पहुंचती है या नहीं पर, उक्त आरक्षी द्वारा महुआ शराब कारोबारियों को सहयोग किए जाने की चर्चा पूरे नीमडीह क्षेत्र में चल रही हैं.
तकरीबन एक सप्ताह तक नीमडीह क्षेत्र में भ्रमण के दौरान पता चला कि नीमडीह थाना क्षेत्र के जुगीलोंग, पुरियारा, बनघर, लाकड़ी, तिलाईटांड़, मुरू, हेंसालोंग, बाड़ेदा आदि गांवों में अवैध महुआ शराब की चुलाई के लिए व्यापक पैमाने पर भट्ठियों का संचालन किया जा रहा है. ये अवैध कारोबार क्षेत्र में कुटीर उद्योग का रूप धारण कर लिया है. कारोबारियों द्वारा रात के अंधेरे में विभिन्न गांवों एवं दुकानों में देशी महुआ शराब का पहुंचाते हैं. क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर शराब कारोबार चलने के बावजूद आबकारी विभाग भी शिथिल हो गई हैं. ठंड के मौसम में आबकारी विभाग की सक्रियता में ठंड पड़ गई हैं, जिसका लाभ शराब कारोबारियों को मिल रही हैं.