सरायकेला: जिले के नीमडीह अंचलाधिकारी (सीओ) संजय पांडेय के मनमानी और अनियमितता से आम जनता त्रस्त है. इसको लेकर ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने जिले के उपायुक्त को लिखित शिकायत की है. वहीं, सीओ के स्थानांतरण की मांग की है.
सीओ संजय पांडेय की कार्यशैली की चर्चा जोरों पर है. नीमडीह क्षेत्र के जमीन से जुड़े मामलों में ढुलमुल रवैया अपनाने के लिए इन दिनों हर जगह चर्चा का विषय बना हुआ है.
ग्रामीणों ने जिले के उपायुक्त को लिखित शिकायत कर सीओ के स्थानांतरण की मांग है. शिकायत पत्र में कहा गया है, कि अंचल अधिकारी संजय पांडेय के मनमानी व अनियमितता से त्रस्त हैं. सीओ समय पर कार्यालय नही पहुंचते हैं तथा देर रात तक कार्यालय खुले रखते हैं. विभिन्न कार्यों का निष्पादन नहीं करके उलझन पैदा करते हैं. शिकायत में कहा गया है, कि भूमि के नामांतरण में स्वीकृति से अधिक अस्वीकृति करते हैं. इसके चलते जनता को काफी असुविधा होती हैं. ग्रामीणों ने उपायुक्त से सीओ को शीघ्र स्थानांतरण करने की मांग की है. वहीं, शिकायत पत्र की प्रतिलिपि राज्य सरकार के मुख्य सचिव , राजस्व विभाग के सचिव तथा कोल्हान प्रमंडल के आयुक्त को भेजी गई है.
इधर, विपक्षी दल भाजपा और आजसू के नेताओं द्वारा लगातार नीमडीह अंचल कार्यालय पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया जाता है. विपक्षी दलों द्वारा कहा जाता है कि जमीन से जुड़े मामलों में अंचल कार्यालय द्वारा मोटी रकम वसूली की जाती हैं. दावा किया जाता है कि उच्चस्तरीय जांच में अंचल कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारी दोषी पाए जाएंगे.
वैसे चांडिल अनुमंडल के बाबुओं के हौंसले इन दिनों बुलंद हैं. कारण जो भी हो सुर्खियों में रहना इनकी फितरत बन चुकी है. एक तरफ सरकार के निर्देश पर राज्य भर में “आपकी योजना- आपकी सरकार- आपके द्वार” शिविर का आयोजन कर लाभुकों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने का अभियान जोर- शोर से चल रहा है. दूसरी तरफ नीमडीह के अंचलाधिकारी को हटाने की मांग जनता और जनप्रतिनिधि कर रहे हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि प्रखंड और अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार और बेलगाम अधिकारियों से जनता त्रस्त है. पिछले दिनों चांडिल सीओ प्रणव अम्बष्ठ द्वारा कपाली के एक जमीन पर कब्जा दिलाने के दौरान रैयत के साथ धक्का- मुक्की का वीडियो भी खूब वायरल हुआ था. वैसे सीओ आज भी पद पर बने हुए हैं. इससे साफ जाहिर होता है, कि अधिकारियों में किसी का खौफ नहीं है. उनकी मर्जी जो चाहे वह करें.