SPECIAL REPORT आम तौर पर श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर मटका फोड़ प्रतियोगिता आयोजित करने की परंपरा है. मगर होली की शुरुआत मटका फोड़ कर करने की अनोखी परंपरा सुनकर आपको थोड़ी हैरानी हो रही होगी, मगर हैरान होने की जरूरत नहीं है.


पहले आप इस video को देखिए, ये जनमाष्टमी की नहीं बल्कि यहां होली की शुरुआत रंगों से भरे हांडी फोड़कर होती है.
होली पर्व को लेकर जहां जगह- जगह रंग- अबीर- गुलाल और ढोल- मंजीरे की धूम रही, वही सरायकेला जिले के कांड्रा पंचायत के डोकाकुली में युवाओं ने 15 फीट की दूरी पर रंगों से भरे हांडी को फोड़कर होली पर्व का आगाज किया. जिसे डोकाकुली के युवक सुमित महतो, जो कृष्ण की भूमिका में था उसने अपने सहयोगियों संग रंग से भरे मटके को फोड़ा. को द्वारा मटकी फोड़ कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
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बता दें कि कांड्रा के डोकाकुली में हर साल होली का आगाज कुछ इसी अंदाज में किया जाता है. जिसमें क्षेत्र के युवा बड़ी शिद्दत से इसकी प्रैक्टिस करते हैं, और होली के दिन रंगों से भरे हांडी को फोड़कर होली का आगाज करते हैं. बताया जाता है कि कई सालों से क्षेत्र में ऐसी परंपरा चली आ रही है. हांडी फूटते ही लोग एक दूसरे के साथ रंग- अबीर खेलते हुए ढोल- मंजीरे लेकर पारंपरिक होली मनाते हुए घर- घर जाकर होली गाते हैं. इससे पहले युवाओं द्वारा भगवान श्री कृष्ण के भजनों पर नाचते- गाते हुए मटकी को फोड़कर भगवान श्री कृष्ण जी के जीवन व उनके द्वारा खेली जाने वाली होली के बारे में जानकारी दी जाती है. मटकी फोड़ने में इस साल मुख्य रूप से राहुल महतो, सूरज महतो, सुमित महतो, अमित महतो, बाबू महतो, शरद महतो, चंद्र शेखर महतो, सागर महतो, मनोज महतो, संजय महतो, चंदन महतो, शिशिर महतो, हराधन महतो, विकाश महतो, देवराज महतो आदि ने अहम भूमिका निभाई.
