सरायकेला: भारत की राजनीति में पिछले 7 दशकों से वंशवाद और परिवारवाद की ही राजनीति चलती थी. अन्य दल दलित आदिवासी पिछड़ों पर राजनीति करते हैं, लेकिन एनडीए- भाजपा नीत सरकार ने इस मिथक को तोड़ते हुए इतिहास बदलने का काम किया है. भाजपा की सरकार को राष्ट्रपति पद चुनने का तीन बार मौका मिला और भाजपा द्वारा मिसाइल मैन एपीजे अब्दुल कलाम, दलित समाज से रामनाथ कोविंद एवं अभी वर्तमान आदिवासी समाज को सम्मान देते हुए द्रौपदी मुर्मू का नाम घोषित किया.
एनडीए की साझा उम्मीदवार घोषित किए जाने पर नगर पंचायत उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता मनोज कुमार चौधरी ने हर्ष व्यक्त किया और इस क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया. उन्होने कहा द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाना 10 करोड़ आदिवासियों का सम्मान है.
बुधवार को मनोज कुमार चौधरी द्रोपदी मुर्मू के आवास रायरंगपुर जाकर भाजपा नेता गणेश महाली, सोहन सिंह, कुबेर, अविनाश कवि, कृष्णा राणा, विकास दरोगा और अपने जीजाजी व बहन के संग बधाई दी. मनोज चौधरी ने कहा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है एनडीए व भाजपा नीत की सरकार द्वारा आजादी के 75 वर्ष बाद सामान्य लोगों (मुस्लिम/दलित/आदिवासी) को उच्च पद पर आसीन किया जा रहा है. द्रौपदी मुर्मू रायरंगपुर के वार्ड पार्षद से लेकर राष्ट्रपति जैसे सर्वोच्च पद तक का सफर तय किया, जो भाजपा सरकार में ही मुमकिन है. ऐसे ऐतिहासिक फैसले स्वर्ण अक्षरों पर लिखे जाएंगे. सचमुच हमारा देश बदल रहा है.