मनोहरपुर: पश्चिमी सिंहभूम जिले के मनोहरपुर प्रखंड के मकरंडा गांव में सेंटर फॉर केटेलाइजिंग चेंज के सहयोग से ग्राम सभा का आयोजन किया गया.
जिसमें बाल विवाह, मानव तस्करी, डायन प्रथा तथा स्कूल ड्रॉपआउट जैसी समस्याओं पर चर्चा की गई. इस ग्राम सभा के आयोजन में ग्रामीण किशोर- किशोरियों की भूमिका अहम रही. किशोर -किशोरी समूह के पियर एजुकेटर की भूमिका भी अहम रही. सी थ्री की प्रखंड संयोजक आशीष कुमार ने सबका स्वागत करते हुए कहा, कि किशोर किशोरीयों के लिए बाल एंव महिला समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग के कंवर्जन्स मॉडल के तहत जिले के 14 प्रखंडों में सी थ्री कार्य कर रही है. स्वास्थ्य, पोषण, जीवन कौशल, शिक्षा के अधिकार, लिंग भेद, मानव तस्करी की जानकारी समूह बैठक के माध्यम से दी जाती है. तत्पश्चात उपरोक्त विषयों से संबंधित एक नुक्कड़ नाटक का भी मंचन गांव के ही किशोर- किशोरी समूह द्वारा किया गया, ताकि सभी ग्रामीण बाल विवाह, मानव तस्करी, स्कूल ड्रॉपआउट तथा डायन विद्या जैसे संवेदनशील मुद्दों को नाटक के माध्यम से समझा सकें. इसके बाद ग्राम सभा में सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं और प्रवधानों पर विस्तृत जानकारी दी गई. मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, मुख्यमंत्री सुकन्या योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की जानकारी दी गई. साथ ही बाल संरक्षण समिति का भी गठन किया गया. मौके पर आंगनबाड़ी सेविका अर्चना महतो, नमिता बेक, सहिया मंदोदरी देवी,प्रतिमा महतो, मुंडा अजुर्न सिंह भूमिज आदि काफी संख्या में जेएसएलपीएस सदस्य, ग्रामीण मौजूद थे.