सरायकेला: सरायकेला के बड़बिल स्थित कला संस्कृति भवन में शुक्रवार से तीन दिवसीय मानकी मुंडा सम्मेलन का शुभारंभ हुआ. बताया गया समाज के विकास के लिए मानकी मुंडा प्रथा को मजबूत करना ही होगा.

सम्मेलन को संबोधित करते हुए मानकी मुंडा संघ के संरक्षक विष्णु बानरा ने कहा कि सीएनटी एवं एसपीटी एक्ट झारखंड के आदिवासी एवं मूलवासियों के बलिदान से बना है. इसे बचाए रखना हमारा कर्तव्य है. इसमें संशोधन के खिलाफ आंदोलन करना होगा. सम्मेलन में मानकी- मुंडाओं के अधिकारों पर चर्चा हुई. ऑनलाइन बंदोबस्ती, लगान रसीद काटने, ऑॅनलाइन प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया शुरू कर मानकी- मुंडाओं का अधिकार छीने जाने का भी विरोध हुआ. इसके साथ ही विकास कार्यों में मानकी- मुंडाओं की उपेक्षा का भी विरोध जताया गया. बताया गया मानकी मुंडा को पूर्व से प्राप्त अधिकारो को लेकर आंदोलन किया जाएगा. इससे पूर्व सम्मेलन में उपस्थित सभी मानकी मुंडा को पारंपरिक बांस का टोपी पहनाकर स्वागत किया गया. सम्मेलन के दूसरे दिन मानकी मुंडा व्यवस्था के संरक्षण व विकास को लेकर चर्चा किया जाएगा. सम्मेलन में मानकी मुंडा के प्राचीन पारंपरिक व्यवस्था को मजबूत, सुदृढ़ व सुसज्जित कर समाज को नई दिशा देने का निर्णय लिया गया. मौके पर मानकी मुंडा संघ के कोल झारखंड बोदरा, मानकी बानरा, विष्णु बानरा, सीताराम तिउ, मांदरु हेम्ब्रम व सावित्री कुदादा समेत अन्य उपस्थित थे.
