राजनगर: राजनगर प्रखंड क्षेत्र के गम्हरिया पंचायत अंतर्गत गाजीडीह गांव में में बन रहे बाबा मुक्तेश्वर मंदिर की सोमवार को चूड़ाबंदी (गुम्बद में धन धान्य अर्पित कर बंद करना) अनुष्ठान में भक्तों की भीड़ उमड़ी. पुजारी काटू नंद एवं बबलू ज्योतिषी ने विशेष मंत्रोच्चार कर पूजा अर्चना किया. इस दौरान मंदिर के चोटी पर पताका स्थापित किया गया. चूड़ाबंदी अनुष्ठान में शिव भक्तों के बीच गजब का उत्साह देखने को मिला. हर कोई मुक्तेश्वर बाबा को धन धान्य अर्पित करने को आतुर दिखे. गाजीडीह एवं आस- पास के गांवों से शिव भक्तों ने धन- धान्य अर्पित किया. कोई अपने घर से धान, अरवा चावल लाकर मुक्तेश्वर बाबा के गुम्बद में डाला तो कोई सोना, चांदी, एवं अन्य धातुएं मुक्तेश्वर बाबा को अर्पित कर पुण्य कमाया. इस अवसर मुख्य रूप से स्थानीय समाजसेवी केपी सोरेन एवं उनकी धर्मपत्नी ऑलिव सोरेन, मुखिया सिनगो सोरेन ने भी बाबा मुक्तेश्वर की चूड़ाबंदी अनुष्ठान में सम्मिलित होकर बाबा के गुम्बन्द में धन अर्पित किया. समाजसेवी केपी सोरेन अपनी तरफ से मंदिर निर्माण में ग्रामीणों को सहयोग भी प्रदान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे शीघ्र मंदिर निर्माण पूर्ण होने की कामना करते हैं. ताकि हमारे क्षेत्र के लोगों पर बाबा मुक्तेश्वर की कृपा बना रहे. पहले गांव में मंदिर नहीं होने के कारण लोग दूसरे गांवों को जाते थे, अब गांव में ही बाबा की पूजा कर सकेंगे. मान्यता है कि मंदिर बनने के दौरान मंदिर के गुम्बन्द में सोने, चांदी, धान, अरवा चावल एवं अन्य धातु भरा जाता है. ताकि क्षेत्र में अन्न की किसी तरह की कमी न हो तथा क्षेत्र में शांति हो. एक तरह से इसे धमकुबेर माना जाता है.
ग्रामीणों के सपने में आये थे बाबा मुक्तेश्वर और ग्रामीणों मंदिर बनाने लिया प्रण
मालूम हो कि गाजीडीह गांव के ग्रामीण कई वर्षों से बाबा भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने दूसरे गांव जाया करते थे. जिसको देखते हुए ग्रामीणों ने इसी गांव में शिवमंदिर निर्माण करने का सपना देखा जो अब सत्य होने जा रहा है. वर्ष 2016 में इसी सपने को पूरा करने के उद्देश्य से गांव के स्व. आनंद प्रधान एवं उनकी पत्नी स्व. सरस्वती प्रधान ने ग्रामीणों को मंदिर निर्माण हेतु भूमि दान किया था. उसी समय भूमि पूजन भी किया गया था और मंदिर निर्माण कार्य वर्ष 2021 नवम्बर माह में चक्रधरपुर देवगांव के बसंत प्रधान एवं उनकी पत्नी सरोती प्रधान के सहयोग से आरंभ किया गया. अमेरिका में रह रहे दम्पति के इंजीनियर पुत्र ने मंदिर निर्माण में काफी ज्यादा सहयोग प्रदान किया. उनके सपने में भी बाबा मुक्तेश्वर आये थे और मंदिर निर्माण में सहयोग देने की इच्छा जताई थी. मंदिर निर्माण में समस्त ग्रामवासियों का भी भरपूर सहयोग रहा.
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पूजा कमिटी के अध्यक्ष तपन प्रधान, सचिव सुदर्शन प्रधान कोषाध्यक्ष जवाहरलाल प्रधान, सदस्य रामचंद्र, प्रधान गोलक प्रधान, भूषण प्रधान, रोहित प्रधान, भोला प्रधान, सुखदेव प्रधान, जितेन प्रधान, उपेंद्र प्रधान, फुल कुमार प्रधान, मोतीलाल प्रधान, संजय प्रधान, वशिष्ठ प्रधान, प्रताप प्रधान, प्रसाद प्रधान, गोपाल प्रधान समेत गाजीडीह गांव सभी ग्रामीणों का सराहनीय योगदान रहा.