चक्रधरपुर/ Ashish Kumar Verma रेल क्षेत्र के लोको कालोनी में पांच दिवसीय शीतला माता पूजा की शुरुआत शुक्रवार को घट यात्रा के साथ हुई. घट यात्रा बालाजी मंदिर के पीछे स्थित नीम वृक्ष के समीप से निकाली गई.
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कलश यात्रा के पूर्व पुरोहित द्वारा हल्दी से माता शीतला की प्रतिमा का निर्माण किया गया. जिसके बाद पूरे विधि- विधान के साथ मंत्र उच्चारण के बीच माता शीतला की आराधना की गयी. इसके बाद भक्तों ने माता शीतला की प्रतिमा सहित कलश को मस्तक पर लेकर रेलवे क्षेत्र के विभिन्न इलाकों जैसे आरई कॉलोनी, केंद्रीय विद्यालय, रेलवे स्टेशन, डीआरएम कार्यालय होते हुए लोको कॉलोनी स्थित शीतला मंदिर पहुंचा. जहाँ पूजापाठ कर कलश को मंदिर में स्थापित किया गया.
पूरे घट यात्रा के दौरान पारंपरिक ढोल की धुन पर भक्तों ने जमकर नृत्य किया. इस दौरान जगह- जगह पर लोगों ने माता की पूजा-अर्चना की. घट यात्रा ले जा रहे युवकों के पांव को महिलाओं ने नीम पत्ता एवं हल्दी से धोया. इस दौरान हर उम्र के महिला- पुरुष ने जमीन पर लेट कर माता की प्रतिमा को अपने उपर से पार कराया.
बता दें कि रेलवे लोको कॉलोनी में पांच दिवसीय माता पूजा समारोह आजादी से पूर्व की है. माता शीतला पांचों दिन पांच अलग- अलग रूप में भक्तों को दर्शन देंगी. जिसके लिए खड़गपुर से पुजारी पार्थ सारथी रोजना माता को नया रूप देकर श्रद्धालु के लिए दर्शन करायेंगे. इस कारण से रोजाना माता के दरबार में भीड़ उमड़ती है.
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