Central Desk बाजार नियामक सेबी (SEBI) से टैक्स क्लियरेंस का मसला सुलझे बगैर एलआईसी की आईपीओ बुधवार को निवेशकों के लिए खोल दिया गया. वहीं बेसब्री से इंतजार कर रहे निवेशकों ने आईपीओ खुलने के साथ ही धमाकेदार रिस्पांस दिया है. महज ढाई घंटे के कारोबारी सत्र के दौरान एलीआईसी आईपीओ 25 फीसदी से ज्यादा सब्सक्राइब हो चुका है. वहीं दूसरी ओर पॉलिसी होल्डर के पोर्शन 100 फीसदी से ज्यादा सब्सक्राइब हो चुके है. जानकारों की मानें तो आज के कारोबारी दिन में एलआईसी का कुल हिस्से में से 50 फीसदी से ज्यादा सब्सक्राइब होने की उम्मीद है.
भारतीय बाजारों के इतिहास में सबसे बड़ा एलआईसी के आईपीओ की बोली लगाने के पहले दिन, 4 मई को दोपहर 12.25 बजे तक 30 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिला है. एलआईसी पॉलिसी होल्डर्स की ओर से सबसे ज्यादा रिस्पांस देखने को मिला है क्योंकि उन्होंने अपने लिए आरक्षित हिस्से का 1.05 गुना सब्सक्राइब किया है. कर्मचारी आरक्षित हिस्से को 51 फीसदी, जबकि खुदरा निवेशकों के हिस्से को 33 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिला है. गैर- संस्थागत निवेशकों ने अपने हिस्से का 6 प्रतिशत हिस्सा लिया है, जबकि योग्य संस्थागत खरीदारों ने अब तक 3.95 करोड़ शेयरों के आवंटित कोटे के मुकाबले 4,110 शेयर खरीदे हैं.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड के एक नोटिफिकेशन के अनुसार आईपीओ, जो बुधवार को शुरू हुआ, 9 मई तक खुला रहेगा, जिसमें शनिवार को भी शामिल किया गया है. इसका मतलब है कि सब्सक्रिप्शन के लिए 4, 5, 6, 7 और 9 मई को ओपन रहेगा. 7 मई का शनिवार है. शनिवार को बाजार बंद रहता है, लेकिन नोटिफिकेशन के अनुसार निवेशकों को एक दिन अलग से दिया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा निवेशक निवेश कर सकें. भारत सरकार 221.4 मिलियन एलआईसी शेयर 902 रुपए और 949 रुपए के बीच बेच रही है.
खुदरा निवेशकों को ऑफर में कुल शेयरों का 35 फीसदी आवंटित किया जाएगा, और आईपीओ मूल्य से 45 रुपए की छूट दी जाएगी. इस बीच, फ्लोट का लगभग 10 फीसदी एलआईसी के पॉलिसीधारकों के लिए निर्धारित किया गया है, जिन्हें प्रत्येक शेयर पर 60 रुपए की छूट मिलेगी. न्यूनतम बोली लॉट का आकार 15 शेयर है, जिसका अर्थ है कि एक खुदरा निवेशक को हिस्सेदारी के लिए कम से कम 13,560 रुपए (177 डॉलर) खर्च करने होंगे. पॉलिसी धारकों को कम से कम 13,335 रुपए खर्च करने होंगे.