कुड़मी जाति को पुन: अनुसूचित जनजाति में शामिल किए जाने की मांग को लेकर कुड़मी सेना और कुड़मी युवा छात्र मोर्चा द्वारा संयुक्त रुप से प्रधानमंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया. जिसमें बताया गया कि आज ही के दिन 6 सितंबर 1950 को तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा कर्मियों को बिना सूचित किए ही कुड़मी जाति को अनुसूचित जनजाति से हटा दिया गया था. जिसके विरोध में कुड़मी समाज द्वारा प्रत्येक वर्ष इस दिन अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए काला दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है. ज्ञापन में पुनः अनुसूचित जनजाति में शामिल किए जाने की मांग की गई है. समाजसेवी महादेव महतो के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन के मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष सुमित महतो, सेना के महासचिव नारायण महतो, केंद्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मण महतो, खरसावां विधानसभा प्रभारी चंदन महतो, केंद्रीय पदाधिकारी वीरेन महतो, आकाश महतो एवं टिंकू महतो मौजूद रहे.



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