खरसावां: वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग सरायकेला वन प्रमंडल के द्वारा कुचाई के जोडासाजम में “ 73 वां वन महोत्सव- 2022“ का आयोजन किया गया. वन महोत्सव कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन वृक्षारोपण कर भारत सरकार के जनजातीय केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने किया.
वन महोत्सव को संबोधित करते हुए श्री मुंडा ने कहा कि प्राकृति है तो हम है, प्राकृति हमारी आस्था है. पर्यावरण है तो हम हैं, हमारा अस्तित्व एवं प्रकृति पर्यावरण से जुड़ा है. इस संसार में कोई भी जीवित है तो कारण पर्यावरण है. पर्यावरण को एक बड़ी चुनौतियां आज हमारे सामने इसलिए है कि पर्यावरण के ऊपर नये दृष्टिकोण अपनाकर के कोई चीजों को खोया है उसे प्राप्त कैसे करेंगे. उन्होने कहा कि जंगल की लगातार हरास हो रहा है. जनसंख्या बड़ी है, आबादी बढ़ गया है, लेकिन हमारे लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय हमारा पर्यावरण है. इसलिए जनजातीय और जनजातीय क्षेत्र को लेकर हम अध्यान करते हैं, तो दिखता है कि जनजातीय क्षेत्र और जनजातियों में प्रकृति प्रेम है. पहले प्रकृति को लेकर जागरूकता अधिक था. जिसें हम धीरे- धीरे भूलते चले जा रहे हैं. हमारे पूर्वजों ने हमें जन्म ही नहीं दिया बल्कि प्रकृति के साथ कैसा जीना चाहिए उसके लिए एक रास्ता बताएं. जिसे हम भूलते जा रहे हैं. श्री मुंडा ने कहा कि हमारा पंचायत, मंडल और प्रमडल हरियाली मामले पर किस स्तर पर है उसे प्राकृतिक ढंग से कैसे ले सकते हैं. प्रकृति से हमारा क्या भूमिका हो सकता है.
उन्होने कहा कि कोरोना वायरस से सबसे अधिक की कमी ऑक्सीजन की रही है. ऑक्सीजन को पूरा करने के लिए प्राकृतिक ऑक्सीजन मिलेगा. इसके लिए हर व्यक्ति को एक पौधा लगाएं और जंगल को हरा भरा करें. इस दौरान आम, मोहगनी, अमरूद, आवलाॅ, नीम, कदम, गुलमोहर, प्लेटोफाम, करज, ग्रीन सेमल आदि के पैड लगाये गये.
वन महोत्सव प्रकृर्ति सीजन का उत्सव: डीएफओ
जिला वन पदाधिकारी आदित्य नारायण ने कहा कि वन महोत्सव प्रकृर्ति सीजन का उत्सव होता है. साथ ही लोगों में जागरूकता फैलाना है. ताकि सभी लोग सहभागिता के साथ वन और प्रर्यावरण की रक्षा कर सके. उन्होने कहा कि किसी भी समाज के विकास का तीन स्तंभ होता है. पहला स्तंभ आर्थिक रूप से स्वावलंबी होना, दूसरा सामाजिक विकास तथा तीसरा स्तंभ स्वच्छ पर्यावरण. स्वच्छ पर्यावरण के लिए वन विभाग कार्यरत होता है. इसको पूरा करने के लिए सबकी सहभागिता जरूरी है.
ये थे मौजूद
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, डीएफओ आदित्य नारायण, पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय, जिप झिगी हेमरम, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय महतो, फोरेस्टर लोदरो हेस्सा, वनकर्मी अमित पटनायक, सोमाय सोरेन, सरोज माहली, विशाल महतो, गंगाराम बानरा, मालदेव मुर्मू, दखिन टुडू, सुरेश मुर्मू, बासुदेव मुंड़ा, मनीष मुर्मू, गोविन्द गोप, विरेन्द्र माहली, गोविन्द गोप, सोनाराम मुंड़ा, आदि मौजूद थे.