कुचाई/ जिलिंगदा गांव के सरना स्थल में आदिवासी उरांव सरना समिति द्वारा सरहुल की तैयारी पर झंडागड़ी एवं शुद्धिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें उरांव समाज के पाहन मंगरा कोया, पाहन एतवा कुजूर एवं बादल तिर्की ने विधिवत रूप से पूजा- अर्चना किया.
वहीं आगामी 24 मार्च को पारंपरिक विधि- विधान के साथ सरहुल शोभा यात्रा निकाले जाने का निर्णय लिया गया. मौके पर पूर्व विधायक बहादुर उरांव ने कहा कि सरहुल आदिवासी उरांव समाज की विशेष पर्व है. जो जल जंगल जमीन से जुड़ा है. उन्होंने कहा कि सरहुल में प्राकृतिक पेड़- पौधों की पूजा अर्चना की जाती है. जिससे हमें शुद्ध वातावरण मिलता है. आदिवासी उरांव समाज प्राकृति व पर्यावरण बचाने की संदेश देता है. ताकि आने वाली पीढ़ी भी अपनी परंपरा को जीवित रख सकें. उन्होंने कहा कि सरहुल पर्व में क्षेत्र के कई गणमान्य लोग भी शामिल होंगे.
कार्यक्रम को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है. इस दौरान मुख्य रूप से पूर्व विधायक बहादुर उरांव, पूर्व मुखिया महेश्वर उरांव, समिति के अध्यक्ष राकेश उरांव, मानीक कुजूर, राजेश तिर्की, राजकिशोर उरांव, कालिदास उरांव, दशमी उरांव, सीता तिग्गा, पार्वती कुजूर, मुनी उरांव सहित उरांव समाज के लोग उपस्थित थे.