कुचाई Report By Ajay Kumar मुंडा- मानकीयों द्वारा सोमवार को एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला कुचाई के मुंडा- मानकी सभागार में आयोजित किया गया. जिसमें एक स्वर में बात निकलकर सामने आया कि अभी जो सरकार ने पेशा कानुन विस्तार को लेकर सुगबुगाहट चल रही है, उसमें सरकार जनजातिय समुदायों की सरल स्वशासन व्यवस्था, रीति- रिवाजों एवं परम्पराओं के अनुरूप संचालित होती आ रही और इस लिए सरकार पेशा कानून का विस्तार इन बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए किया जाए.
साथ ही सांसद द्वारा पारित पेशा कानून 1996 में जो शक्ति ग्राम सभाओं को प्राप्त है इन शक्तियों को सरकार ध्यान में जरूर रखें एवं सरकार कानून का प्रारूप तैयार कर हमारे मुंडा मानकीयो से आमसहमति ले ना कि समान्य क्षेत्र के कानून को जबरन हमें थोपे, अबुआ सरकार तो हमने देख लिया, कब अबुआ राज्य देखने की बारी है. मौके पर आदिवासी हो समाज महासभा के उपाध्यक्ष मनोज कुमार सोय, अपना अधिकार संगठन के जिला अध्यक्ष महेश मिंज, मुंडा मानकी संघ के अध्यक्ष तुराम बोयपाई, समाजसेवी सुरेश सोय, सनातन सिंह कुनटीया, ग्राम सभा मंच के अध्यक्ष सुजन सोय (मुंडा), मानकी मंगल सिंह सोय, अशोक मानकी, शुकराम मानकी, मानकी कृष्ण सामड, राजमोहन गुंदुवा लाल सिंह हेम्ब्रम, मानसिंह मुंडा, अनुराधा उरांव,सरस्वती मिंज, मंगल सिंह मुंडा, वर्षा रानी सोय, राजेश महतो, बबलू सोय, सतेन्द्र कुमार, राजेन्द्र बांदिया, सितंबर गुंदुवा, रामाय सोय, सुखराम सोय, मानसिंह बांकिरा, हरिश चन्द्र बानरा, सतेन सोय आदि उपस्थित थे.