कुचाई: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एमडीए आईडीए- 2022 कार्यक्रम का शुभारंभ कुचाई प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुजीत कुमार मुर्मू द्वारा किया गया. यह कार्यक्रम 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक चलाया जाएगा.
इस कार्यक्रम के तहत कुल 75189 लोगों को चिन्हित किया गया है. जिन्हें फलेरिया उन्मूलन हेतु सिंगल डोज दवा खिलाया जाना है. यह दवा खिलाने हेतु कुल 136 बूथों में कुल 272 ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा दवा खिलाया जाएगा. जो आज अपने- अपने बूथ में दवा खिलाएंगे तथा कल से घर- घर जाकर दो वर्ष से ऊपर के सभी स्वास्थ्य सदस्यों को यह दवा खिलाई जाएगी.
यह दवा गंभीर रोग से ग्रसित व्यक्ति एवं गर्भवती माताओं को नहीं खिलाई जाएगी. इस मौके पर डॉ मुर्मू ने कहा कि फाइलेरिया रोग उपचार से ठीक हो सकता है. डीईसी दवा की खुराक एक वर्ष में एक बार खाएं. इस दवा का सेवन लगातार पांच से छह वर्ष तक करने से फाइलेरिया रोग ठीक हो जाता है. उन्होने कहा कि परजीवी क्यूलैक्स फैंटीगंस मादा मच्छर के काटने से मनुष्य के शरीर में पहुंचता है. ऐसे मच्छर घरों के आसपास नाली, गड्ढों व घर के अंदर रुके हुए पानी में पनपते हैं. ठंड लगने के साथ ही तेज बुखार होना, हाथ-पैर की नसों का फूलना, दर्द होना, जांघ में गिल्टी उभर आना, हाथ, पैर में सूजन आदि इस रोग के लक्षण हैं. इस रोग के लिए डाईइथाइल कार्बामाजिन व एल्वेंडाजोल दवा फाइलेरिया के लिए रामबाण होने के साथ ही सुरक्षित भी है.
इस दौरान मुख्य रूप से डॉ. मृणाल कुमार, डॉ. सुनीता मार्डी, सुशांत कुमार पाल राजेश रंजन, निखिल तिर्की, कैलाश चंद्र महतो, समाजसेवी व सेवानिवृत्त स्वास्थ्य कर्मी सुरेंद्र गोस्वामी, अमृत सिंह आदि उपस्थित थे.