खरसावां : कुचाई प्रखंड के लेप्सो में गुरुवार को द्वितीय वनाधिकार बोर्ड गाड़ी स्थापना दिवस मनाया गया. झारखण्ड जंगल बचाओं आन्दोलन, ग्राम सभा के द्वारा अनुसूचित जन जाति एवं अन्य पंरम्परागत वन निवासी अधिनियम 2006, नियम 2008, संसोधित नियम 2012 के तहत पत्थरगड़ी का द्वितीय वार्षिक स्थापना दिवस मनाया गया. इस दौरान विभिन्न गांवो से पहुचे वनाश्रितों ने ग्रामीण मुंडा मजुरा मुंडा के नेतृत्व में पारपंरिक रीति रिवाज पूजा अर्चना कर वार्षिक स्थापना दिवस मनाया. साथ ही पैड़-पोधे, पशु-पक्षी, वन, पहाड़, फल-फूल, जीविकोपार्जन व वन संरक्षण की रक्षा के लिए सामुहिक रूप से संक्लप लिया.
इस दौरान ग्रामवासियों ने सामुदायिक वन संसाधनों के संरक्षण, पुनुरुज्जीवित और प्रबंधन विधि सम्मत करने का निर्णय लिया. लेप्सो ग्राम को बर्ष 2020 को ही वनाधिकार कानून 2006 के तहत वनाधिकार प्रमाण-पत्र सरकार की ओर से निर्गत किया गया है. कुल 306 एकड़ 71 डी० वन भूमि पर वनाधिकार प्रमाण-पत्र निर्गत किया गया है. इस अवसर पर झारखंड जंगल बचाओ आन्दोलन के केन्द्रीय प्रभारी सोहन लाल कुम्हार ने कहा कि महुआ चुनने तथा शिकार करने के नाम पर जंगल में आग नहीं लगाना है. अवैध रूप से जंगल काटाई पर प्रतिबंध लगाना है.
उन्होंने कहा कि वन्य प्राणियों का शिकार नहीं करना है. जैवविविधतो का भी संरक्षण तथा प्रबंधन करना है. वनोपजों को संग्रहण कर उपयुक्त बाजार में विक्रय करना है ताकि सही दाम मिले. विधायक प्रतिनिधि भरत सिंह मुंडा ने कहा कि जंगल हमारे दफ्तरों के साथ पूर्वज से जुड़ा हुआ है. तिलोपदा पंचायत के मुखिया राम सोय ने कहा कि जंगल रहने के कारण ही जलवायु संतुलन वना रहता है. जंगलों की काटाई अंधाधुंध होने के कारण जलवायु संतुलन बिगड़ गया है. जिसके कारण समय पर बर्षा नहीं हो रही है. इस दौरान मुख्य रूप से मनोज मुदुईया, भरत सिंह मुंडा, राम सोय, गोबरा मुंडा, मजुरा मुंडा आदि उपस्थित थे.