कुचाई: प्रखंड के सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित पहाडी क्षेत्र गोमियाडीह में जमीनदरों और रैयतों की एक संयुक्त बैठक की गई. इस बैठक मे विगत 22 सालों से गोमेयाडीह के जमीनदरों एवं रैयतों के बीच चल रही लड़ाई को समाप्त करते हुए रैयतों ने अपनी गलती की माफी मांगी.
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सभी रैयतों ने गोमेयाडीह के जमीनदरों की शरण में आकर अपनी गलती का अहसास किया और जमीनदरों से माफी मागे. साथ ही न्यायालय में चल रहे केस को वापस लेने पर सहमति बनी.
अब गोमेयाडीह, ऊलुदा, जतरागुटू, ये तीनो गांव के लोग सभी किसी भेदभाव को भूलकर भाईचारगी के साथ हर किसी के सुख- दुःख के साथी बनने का संकल्प लिया.
बैठक के दौरान मुख्य रूप से भाजपा प्रखण्ड अध्यक्ष मंगल सिंह मुंडा, झामुमो प्रखण्ड अध्यक्ष धमेंद्र सिंह मुंडा, गोमेयाडीह मुखिया मंगल सिंह मुंडा, रुगडीह पंचायत के मुखिया करम सिंह मुंडा, गोमेयाडीह ग्राम प्रधान सोहन मुंडा, बारुहातु ग्राम प्रधान विजय सिंह मुंडा, हतना बेड़ा ग्राम प्रधान बुधू मुंडा, गुटूहातु ग्राम प्रधान चंद्र मुंडा, ऊलुदा ग्राम प्रधान यकुब मुंडा, जतरागुटू ग्राम प्रधान इंदर मुंडा, चामु महली, महामंत्री घनश्याम मुंडा, दास सोय, जगमोहन सोय, शंकर सोय, नन्द सिंह सरदार, कोनता प्रसाद मुंडा, गुमान मुंडा, पूर्व मुखिया शशीमुखी देवी, पंचायत समिति बुधराम मुंडा आदि उपस्थित थे.
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