खरसावां: शुक्रवार को कुचाई प्रखंड मुख्यालय में झारखंड राज्य फसल राहत योजना के सफल संचालन से संबंधित एक समीक्षात्मक बैठक अंचल अधिकारी रवि कुमार की अध्यक्षता में की गई. योजना के प्रचालन मार्गनिर्देशिका की विस्तृत समीक्षा की गई.
कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग झारखंड सरकार द्वारा फसल राहत योजना की शुरूआत की गई है. जिससे कि प्राकृतिक आपदा और प्राकृतिक दुर्घटनाओं के कारण फसल क्षति की स्थिति में कृषकों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके. कुचाई प्रखंड में 3170 किसानों का राज्य फसल राहत योजना के तहत रजिस्ट्रेशन हो चुका है. मौके पर श्री कुमार ने कहा कि झारखंड राज्य फसल राहत योजना में फसल बीमा योजना न होकर फसल क्षति होने पर किसानों को प्रदान की जानेवाली एक क्षतिपूर्ति योजना है. यह किसानों को प्राकृतिक आपदा के कारण फसल क्षति के मामले में सुरक्षा कवच प्रदान करने तथा एक निश्चित आर्थिक सहायता प्रदान करता है.
प्रखंड तकनीकी प्रबंधक राजेश कुमार ने कहा कि फसल राहत योजना के तहत 30 प्रतिशत से 50 प्रतिशत तक हुए नुकसान के लिए तीन हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से कुल 5 एकड़ के लिए राहत राशि प्रदान की जाएगी. जबकि 50 प्रतिशत से अधिक सुखाड़ की स्थिति होने पर चार हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से कुल 5 एकड़ तक के लिए राहत राशि उपलब्ध कराई जाएगी. इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान को संबंधित पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है.
वही प्रखंड कृर्षि पदाधिकारी हरिलाल राम ने कहा कि अभी खरीफ फसल के लिए जिसमें धान एवं मकई का आवेदन किया जा रहा है. उन्होने शत- प्रतिशत किसानों को इस योजना से जोडने की अपील की. इस बैठक में बीटीएम राजेश कुमार, बीपीएम रमेश देवेद्री, बीएओ हरिलाल राम, अंचल निरीक्षक फुलकुमारी सोय, एम ओ शंकर साव सहित सभी जनसेवक, राजस्व उप निरीक्षक, कृष्क मित्र आदि उपस्थित थे.