कुचाई/ Ajay Mahato : छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिला के हसदेव अरण्य कटाई की रोक-थाम को लेकर कुचाई ग्राम सभा मंच के द्वारा सोमवार को प्रधानमंत्री के नाम कुचाई बीडीओ को एक ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि मुण्डा-मानकी तथा आमजन आशा कर रहे थे कि मोदी सरकार छत्तीसगढ़ राज्य में अच्छा काम करेगी, लेकिन भाजपा सरकार आने के तुरंत बाद हसदेव अरण्य की कटाई काफी तेज हो गई है. जंगल कटाई से धरती माता नष्ट हो जाएगी तथा जलवायु संतुलन पर असहनीय परिवर्तन होगी जो सम्पूर्ण विश्व पर दुष्प्रभाव पड़ेगा. एक तरफ पूरा विश्व प्रयास कर रहा है कि जलवायु परिवर्तन पर नियंत्रण लाया जाए लेकिन यहां तो केन्द्र सरकार द्वारा बड़े- बड़े बहुराष्ट्रीय उद्योगपतियों को जंगल उजाड़ने के लिए लाया जा रहा है.
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ग्राम सभा ने मांग की है कि विधुत वितरण कम पानी को आवंटित व अडानी कम्पनी द्वारा संचालित परसा ईस्ट केते वासेन कोल परियोजना के लिए एक लाख से अधिक पेड़ों की कटाई करने के लिए अनुमति को अविलंब रद्ध किया जाये. हसदेव अरण्य को बचाने के लिए 2011 को किया गया एकरारनमा को रद्ध किया जाये. वन संरक्षण अधिनियम 2022 बनाये जाने के बाद देश में प्राकृतिक संसाधनों की बर्बादी शुरू हो गई है. इस नियम को लागू न किया जाये. इस दौरान मुख्य रूप से केंद्रीय सदस्य सोहनलाल कुम्हार, मुखिया करम सिंह मुंडा,ग्राम मुंडा भरत सिंह मुंडा,कैलाश मुंडारी, कुंडिया गागराई, प्रधान सिंह सोय,रासाय सोय, राम कृष्ण मुंडारी आदि उपस्थित थे.
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