कुचाई: प्रोजेक्ट बालिका विद्यालय प्रांगण में राजखरसावां के क्लेवर सोशल वेलफेयर सेन्टर (सीएसडब्लूसी) कुष्ठ अस्पताल द्वारा मंगलवार को कुष्ठ रोग पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. इस शिविर में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय एवं प्रोजेक्ट बालिका विद्यालय की बालिकाओं को डॉ. खिरोद प्रसाद ओझा एवं फादर नेलसन कास्टिलिनो द्वारा कुष्ठ रोग संबंधी सम्पूर्ण जानकारी दी गई.
इसके जरिए कुष्ठ रोग के लक्षण एवं बचाव से बालिकाओं को अवगत कराया गया. साथ ही उनके स्वास्थ्य की जांच की गई. मौके पर डॉ. ओझा ने कहा कि कुष्ठ रोग से पीड़ित व्यक्ति से कभी ऐसा व्यवहार नहीं करना चहिए, जिससे उसे शारीरिक कष्ट के साथ मानसिक कष्ट भी हो. आज के समय में इस बीमारी का पक्का इलाज संभव है. समय पर इलाज देकर बीमारी से मुक्त किया जा सकता है. कई बार इंसान इस तरह के रोग से अनजान रहकर कुष्ठ रोगी बन जाता है. उन्होंने कुष्ठ रोग के लक्षणों के प्रति बालिकाओं को जागरूक किया.
बताया गया कि जिस तरह बरसात, सर्दी और भीषण गर्मी के दिनों में मानव शरीर में कई प्रकार के ऐसे लक्ष्ण बनते हैं जो बढ़ते- बढ़ते भीषण रूप धारण कर लेते हैं. इन्हीं लक्षणों का अगर समय पर उपचार हो तो कोई भी ऐसा रोग नहीं है, जिसका उपचार न हो सके. श्री ओझा ने कहा कि अस्पतालों में इस तरह के रोगों की मुक्ति के लिए सभी प्रकार के उपचार उपलब्ध हैं. सिर्फ मरीज को समय पर अस्पताल पहुंच कर अपने रोग की जांच एवं उपचार करवाने की जरूरत है. इस अवसर पर मुख्य रूप से कस्तूरबा की वार्डेन करुणा किरण तोपनो, शिक्षिका नीलम हांसदा, चंचला बांकिरा, प्रोजेक्ट स्कूल की प्रधानाध्यापिका विजय लक्ष्मी प्रधान, शिक्षक राजेश कुमार साहू, राजेश्वर स्वांसी, अभिषेक दास, सीएसडब्लूसी के सिस्टर ग्लोरिया एक्का, सरस्वती गोप आदि उपस्थित थे.