कुचाई: दलभंगा स्थित बिरसा चौक में बकास्त मुण्डरी खुटकट्टी रक्षा एवं विकास समिति 39 मौजा दलभंगा के तत्वाधान में छोटानागपुर कास्कारी अधिनियम का 114 वॉ वर्षगाठ मनाया गया. इस दौरान पारम्पारिक रीति- रीवाज के तहत गाड़े गये पत्थर की पूजा अर्चना की गई.
साथ ही सीएनटी एक्ट को जमीनी स्तर पर लागू करने का संकल्प लिया. वहीं भगवान बिरसा मुंडा को मानकी- मुंडाओं ने श्रद्वाजंलि दी. मौके बकास्त मुण्डरी खुटकट्टी रक्षा एवं विकास समिति 39 मौजा दलभंगा के अध्यक्ष बैकुंट सिंह मुंडा ने कहा कि सीएनटी एक्ट अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछडा वर्ग के जमीनों का रक्षक है. एक्ट की रक्षा कर जमीन की सुरक्षा करे. लेकिन झारखंड में झारखंड के तत्कालीन रघुवर सरकार ने विकास के नाम पर सैकडों उद्योगपतियों के साथ एकरारनामा कर दिया है. यह एकरारनामा जमीनो के लूट के लिए बना है. जिसे रद्द करने की मांग करते है.
सीएनटी/एसपीटी एक्ट जबतक रहेगा. तब तक उधोग के लिए जमीन उपलब्ध कराना संभव नही है. उन्होने ने कहा कि सीएनटी एक्ट के धारा 46 के तहत आदिवासी, पिछडा, वर्ग एवं हरिजनो की भूमि पर अधिकारों का संरक्षण जिला उपायुक्त का है. इनके अनुमति के बिना जमीनों का हस्तांतरित नही कर सकते. सरकार उपयुक्त के अधिकारों को भी संशोधन कर समाप्त करना चाहती थी, ताकि बिना रोक- टोक के जमीनों का हेराफेरी किया जा सके. इस दौरान मुंडा- मानकियों ने शपथ लिया कि जो भी राजनीतिक पाटी एक्ट के साथ छेड़छाड़ करेगा. उसका हम विरोध करेगे. सीएनटी एक्ट के वर्षगांठ में मुख्य रूप से बैकुंट सिंह मुंडा, करम सिंह मुंडा, धमेन्द्र सिंह मुंडा, लखीराम मुंडा, मोहन लाल सिंह मुंडा, गोबरा मुंड़़ा, दशरथ उराव, नरसिंह मुंड़़ा, धमेंन्द्र साड़िल, रेखामुनी मुंडा, रामचन्द्र मुंडा उपस्थित थे.
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