चाईबासा :कोल्हान विश्वविद्यालय का केंद्रीय पुस्तकालय दिसंबर तक ऑटोमेशन हो जाएगा. इसको लेकर विवि प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. इस संबंध में टेंडर भी जारी कर दिया गया है. संभवतः दिसंबर तक केंद्रीय लाइब्रेरी पूरी तरह से ऑटोमेशन हो जाएगा. इसके बाद लगभग 15 हजार किताबों का क्लासिफिकेशन होगा. ऑटोमेशन का पहला स्टेप किताबों का क्लासिफिकेशन होता है, फिर सीरियल नंबर चढ़ाया जाता है. इसके बाद सॉफ्टवेयर पर सभी किताबों को एंट्री किया जाता है. बताया गया कि ऑटोमेशन होने से छात्रों को किताबें लेने और जमा करने में काफी सहूलियत हो जाएगी. पुस्तकों से संबंधित सभी जानकारी कंप्यूटर के माध्यम से एक क्लिक में उपलब्ध हो जाएगी. अभी किताब खोजने और उसका सीरियल नंबर देखने में रैक और रजिस्टर देखना पड़ता है. ऑटोमेशन के बाद कंप्यूटर बताएगा कि कौन सी किताब किस रैक में किस स्थान पर है.
15337 किताबों का होगा क्लासिफिकेशन
कोल्हान विवि के केंद्रीय पुस्तकालय में फिलहाल 15337 किताबें हैं. इसमें टेस्ट बुक 12887 है. अन्य किताबों की संख्या 2450 है. इसमें थीसिस व पत्रिकाएं शामिल हैं. पहले चरण में ही लगभग सभी किताबों का क्लासिफिकेशन किया जाएगा. इसके बाद किताब के कवर पेज पर बकरम चिपकाया जाएगा. किताबों का कंप्यूटर में इंट्री किया जाएगा. विश्वविद्यालय के सॉफ्टवेयर पर डाला जाएगा. इसके लिए विवि सॉफ्टवेयर की खरीदारी करेगी. इसके साथ ही 10 हजार नई किताबें खरीदने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. जल्द ही नई किताबें भी खरीदी जाएंगी. सभी विभागाध्यक्ष ने प्रस्ताव बनाकर विवि को सौंप दिया है. कोल्हान विश्वविद्यालय के सेंट्रल लाइब्रेरी के लाइब्रेरियन नीलकंठ ने कहा कि विवि की ओर से ऑटोमेशन करने की तैयारी शुरू कर दी गई है. ऑटोमेशन होने से विद्यार्थियों को काफी लाभ होगा. फिलहाल सभी कार्य मैन्युअल होते हैं. लेकिन ऑटोमेशन होने के बाद सभी कार्य कम्प्यूटर में ही होगा. जिससे कौन किताब कहां पर है व तुंरत उपलंब्ध हो जाएगा. संभवतः दिसंबर तक लाइब्रेरी का पूरी तरह से ऑटोमेशन हो जाएगा.