सरायकेला- खरसावां जिला के चर्चित आटा व्यवसाई महेंद्र अग्रवाल और उनके सहयोगी अश्विनी महतो के अपहरण मामले का जिला पुलिस कप्तान आनंद प्रकाश रविवार 4: 30 बजे खुलासा कर सकते हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आदित्यपुर, सरायकेला और गम्हरिया थाना प्रभारी के संयुक्त प्रयासों से इस नामुमकिन से लग रहे मामले का बेहद ही प्रोफेशनल अंदाज में उद्भेदन किया गया है. पुलिस द्वारा इस मामले में पांच अपहर्ताओं को गिरफ्तार करने की सूचना है. इस तरह से इन कयासों पर भी विराम लग गया है, जिसमें यह दावा किया जा रहा था, कि व्यवसायी ने खुद ही अपहरण कहानी गढ़ी थी.
विदित रहे, कि दो दिन पूर्व व्यवसायी महेंद्र अग्रवाल की पत्नी सपना अग्रवाल और उनके कर्मचारी अश्विनी महतो के बीच बातचीत का एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें व्यवसायी की पत्नी को यह कहते सुना जा रहा था, कि उनके पति और कर्मचारी किसी सुरक्षित स्थान पर हैं. खुलासे के बाद यह साबित हो गया है कि इकलौते बेटे की चार महीने पूर्व मौत और पति के अचानक गायब हो जाने के कारण उनका दिमागी संतुलन बिगड़ गया है.
कैसे हुआ खुलासा जानिए मिष्ट्री
सूत्रों के अनुसार पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के चंगुल से व्यवसाई और उनके कर्मचारी को सीनी रेलवे ट्रैक के समीप स्थित एक गांव के एक कमरे से बरामद किया है. सूत्रों की अगर मानें तो 27 अगस्त को अपहरणकर्ताओं ने व्यवसाई को मुड़िया से लौटने के क्रम में कांड्रा- सरायकेला सीमा के समीप से अपहरण कर ले गए थे. व्यवसाई का मोटरसाइकिल रेलवे ट्रैक से बरामद किया गया है. बताया जा रहा है, कि अपहरणकर्ता लोकेशन बदल- बदल कर फिरौती की मांग कर रहे थे. हालांकि फिरौती के लिए अपहरणकर्ताओं ने व्यवसाई के बड़े भाई से संपर्क किया था जो राजस्थान में रहते हैं. सूत्र बताते हैं, कि अपहरणकर्ताओं ने व्यवसाई के भाई से एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी. जब उन्होंने असमर्थता जता दी. तब 10 लाख पर सौदा तय हुआ. इसी बीच पुलिसिया दबिश पड़ने पर अपहरणकर्ता बौखला गए.
हालांकि अपहरणकर्ताओं के चंगुल में फंसे व्यवसायी ने खुद को पहले से ही भारी कर्ज में दबे होने की बात कही, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उनके साथ रहम नहीं किया. सूत्रों के अनुसार अपहरणकर्ताओं द्वारा उन्हें एक वक्त ही भोजन दिया जा रहा था. यहां तक कि पीने को पानी भी नहीं दिया जाता था. पुत्र की मौत के गम में पहले से ही बीमार चल रहे महेंद्र अग्रवाल 9 दिनों बाद काफी कमजोर नजर आए. हालांकि उनकी पत्नी के चेहरे पर खुशी देखी गई और पश्चाताप के आंसू भी. उन्हें यह कहते सुना गया, कि आखिर कैसे उनकी मुंह से यह निकल गया, कि उनके पति और उनका कर्मचारी किसी सुरक्षित जगह पर है. उन्हें यकीन नहीं होता, कि उन्होंने ऐसा कहा. उन्होंने जिला पुलिस के प्रति कृतज्ञता जाहिर की. सूत्र बताते हैं कि अपहरणकर्ता व्यवसाई और उनके कर्मचारी को दिनभर कार में लेकर घूमते थे, और जगह बदल- बदल कर फिरौती मांगते थे. पुलिस ने उस कार को भी बरामद कर लिया है. साथ ही अपहरणकर्ताओं का एक मोटरसाइकिल भी बरामद किया है. विदित रहे, कि आदित्यपुर दयाल रेसीडेंसी निवासी 54 वर्षीय व्यवसायी महेंद्र अग्रवाल बीते 27 अगस्त को मुड़िया स्थित आटा फैक्ट्री से लौटने के क्रम में कर्मचारी अश्विनी महतो सहित अचानक गायब हो गए थे. काफी खोजबीन के बाद जब दोनों नहीं मिले, तब महेंद्र अग्रवाल की पत्नी सपना अग्रवाल ने जिले के एसपी से न्याय की गुहार लगाई थी. एसपी के निर्देश के बाद आदित्यपुर थाने में अपहरण का मामला दर्ज हुआ. जिसके बाद हेड क्वार्टर डीएसपी के नेतृत्व में पांच थाना प्रभारियों की एक टीम गठित की गई. जिनमें आदित्यपुर, के अलावे गम्हरिया, कांड्रा, राजनगर सरायकेला और चांडिल थाना प्रभारी शामिल थे. सभी ने बेहद ही प्रोफेशनल तरीके से मामले का अनुसंधान किया और पांचवें दिन व्यवसायी और उनके कर्मचारी को सकुशल बरामद कर लिया. जिला पुलिस के लिए यह एक बड़ी कामयाबी है.