खूंटपानी: प्रखंड प्रमुख सिद्धार्थ होनहागा के खिलाफ उप प्रमुख द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पुनः गरमाने लगा है. उप प्रमुख सरिता दोंगों ने योजनाओं की जानकारी नही देने का आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव लाया था. जिसे प्रखंड प्रमुख सिद्धार्थ होनहागा ने आरोप को बेबुनियाद बताया.
उन्होंने कहा गलत आरोप लगाकर कुर्सी से प्रखंड प्रमुख को गिराने का प्रयास किया गया. प्रखंड प्रमुख श्री होनहागा ने बताया कि मेरे समर्थक पंचायत समिति सदस्यों को पचास हजार रुपये तक का ऑफर दिया गया था. कुछ पंचायत समिति सदस्यों को धोखा से हस्ताक्षर कराया गया. प्रखंड प्रमुख का क्षेत्र में निरंतर लोगों को मदद करना, रोड एक्सीडेंट में लोगों को अस्पताल तक पहुंचना, शिक्षा, स्वस्थ, नशापान, लोगों को जागरूक करना हमेशा क्षेत्र में रहना कुछ राजनीतिक दलों को पसंद नहीं आया.
प्रखंड प्रमुख श्री होनहागा ने अपने पंचायत समिति सदस्यों के साथ अपने बचाव पक्ष में अनुमंडल पदाधिकारी सदर चाईबासा को एक आवेदन सौंपा और जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त कार्यालय पश्चिम सिंहभूम चाईबासा, जिला पंचायती राज पदाधिकारी को आवेदन पत्र सौंपा. जिसमें अविश्वास प्रस्ताव के विरुद्ध समर्थन अपने पक्ष में प्रस्तुत किया. झारखंड पंचायत निर्वाचन नियमावली, 2001 के अनुसार एक साल नही होने पर अविश्वास प्रस्ताव नही ला सकता है. एक साल पहले अगर कोई अविश्वास प्रस्ताव लाता है. तो उस आवेदन को एक साल के लिये निरस्त किया जाता है. साथ ही अगले एक साल तक अविश्वास प्रस्ताव नही ला सकता है.
प्रखंड प्रमुख के समर्थन में प्रखंड में 13 पंचायत समिति सदस्यों में कुल 6 प्रखंड प्रमुख सिद्धार्थ होनहागा के पक्ष मे है. प्रखंड प्रमुख को मिला कर कुल बहुमत 7 पंचायत समिति सदस्य है. बाडा गुंटिया पंचायत समिति सदस्य बेरेन्द्र हेम्ब्राम, लोहरदा पंचायत समिति सदस्य रीना होनहागा, दोपाई पंचायत समिति सदस्य मधु तियू, भोया पंचायत समिति सदस्या बमेया चोडा, भोया पंचायत समिति सदस्या राजश्री मेलगंडी, बाडा चिरु पंचायत समिति सदस्या समुली कुई शामिल है. प्रखंड प्रमुख श्री होनहागा के समर्थन में सभी पंचायत समितियों सदस्यों ने 5 साल तक प्रखंड के विकास और क्षेत्र की जनताओं का सेवा करने का संकल्प लिया.